जीएस बाली की सत्तापक्ष-विपक्ष को सलाह, बोले-आपस मेंं बैठकर सुलझाएं मामला

Sunday, Feb 28, 2021 - 10:54 PM (IST)

शिमला (राक्टा): हिमाचल विधानसभा बजट सत्र के पहले दिन हुए हंगामे के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री जीएस बाली ने सत्तापक्ष और विपक्ष को एक सलाह दी है। उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष को पहले आपस में बैठकर पूरे मामले को सुलझाना चाहिए और तत्पश्चात एक प्रतिनिधिमंडल राजभवन जाए और राज्यपाल से मुलाकात कर पूरे मामले पर खेद जताए। पूर्व मंत्री रविवार को कांग्रेस पार्टी प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में बोल रहे थे।

कहीं न कहीं कानून व्यवस्था और इंटैलीजैंस फेलियर हुआ

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हंगामे के क्या कारण रहे और कौन-कौन इसमें शामिल थे, वह इस पर चर्चा नहीं करना चाहते। उनका कहना था कि हिमाचल को देवभूमि और शांतिप्रिय प्रदेश के रूप में जाना जाता है। इसके साथ ही राज्यपाल एक संवैधानिक पद है और सभी का कत्र्तव्य है कि उनके सम्मान में कोई कमी न हो और न ही किसी तरह से ठेस पहुंचे। उन्होंने कहा कि राज्यपाल को हिमाचल विधानसभा अध्यक्ष के चैंबर और फिर निवास तक सुरक्षित पहुंचाने का काम सरकार का है। यहां कहीं न कहीं कानून व्यवस्था और इंटैलीजैंस फेलियर हुआ है। उन्होंने कहा कि जो भी हुआ, उसके लिए वह खेद प्रकट करते हैं और सत्तापक्ष को भी चाहिए कि वह भी खेद प्रकट करे। उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्रिहोत्री सहित अन्य विपक्षी विधायकों के खिलाफ एफआईआर में जो धाराएं लगाई गई हैं, वे सही नहीं हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रद्रोह का केस बिल्कुल भी नहीं बनता है।

विभिन्न मुद्दों को लेकर सड़कों पर उतरेगी कांग्रेस

एक अन्य सवाल के जवाब में पूर्व मंत्री ने कहा कि बीते दिन कसौली में राजनीतिक मामलों एवं चुनाव रणनीति व प्रदेश समन्वय समिति की बैठक प्रभारी राजीव शुक्ला की अध्यक्षता में हुई, जिसमें वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव के साथ सोलन, मंडी, धर्मशाला व पालमपुर नगर निगम चुनावों को लेकर चर्चा हुई। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में कांग्रेस बेरोजगारी, महंगाई, महिला सुरक्षा, आंगनबाड़ी, आशा वर्कर और आऊटसोर्स के मुद्दे पर सड़कों पर उतरेगी।

Content Writer

Vijay