IGMC में मरीजों को बड़ी राहत, अब दवाइयों के लिए नहीं लौटना पड़ेगा खाली हाथ

Saturday, Dec 16, 2017 - 09:41 AM (IST)

शिमला: हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आई.जी.एम.सी. में अब मरीजों को 330 दवाइयां नि:शुल्क मिलेंगी। प्रदेश सरकार ने आई.जी.एम.सी. प्रशासन को दवाइयां देने को लेकर मंजूरी दे दी है। अब 15 दिन के बाद यहां दवाइयां मरीजों को मिलनी शुरू हो जाएंगी। फिलहाल मरीजों को जैनरिक स्टोर से 230 दवाइयां मिल रही हैं लेकिन यहां पर भी कुछ दिन पहले दवाइयों को बढ़ाकर 250 कर दिया गया है। वर्तमान में जो दवाइयां बढ़ाई हैं, अब उनके मिलने से काफी फायदा होगा। आई.जी.एम.सी. के अगर जैनरिक स्टोर की ही बात की जाए तो यहां पर प्रदेश भर के मरीज नि:शुल्क दवाइयों का फायदा उठा रहे हैं। 


अब दवाइयों के लिए नहीं लौटना पड़ेगा खाली हाथ
दवाइयों को लेने के लिए रोजाना मरीजों की लाइनें लगी होती हैं। हिमाचल के मरीजों के लिए यह एक तरह से वरदान साबित हुआ है। इससे पहले ग्रामीण क्षेत्रों के तो अधिकतर लोग ऐसे होते थे जोकि चिकित्सक से अपना इलाज तो करवा लेते थे लेकिन उनके पास दवाइयां खरीदने के लिए पैसे नहीं होते थे। ऐसे में बिना दवाइयां खरीदकर मरीज घर को वापस लौट जाते थे। अब ऐसा कोई भी मरीज नहीं है जोकि खाली लौट रहा हो। आई.जी.एम.सी. में ये दवाइयां कहां पर मिलेंगी, इसको लेकर अभी मंथन चल रहा है। इन 330 दवाइयों को वितरित करने की बात फिलहाल जैनरिक स्टोर वालों के साथ भी चल रही है लेकिन यह अभी तय नहीं हो पाया है कि जैनरिक स्टोर से ही ये दवाइयां मिलेंगी। फिलहाल यहां प्रशासन ने दवाइयां प्रदान करने को ले तैयारियां शुरू कर दी हैं।


ये दवाइयां मिलेंगी नि:शुल्क 
फ्री मिलने वाली दवाइयों में हेलोथन, आईसोफ्लूरैंस, केटमाईन हाईड्रोक्लोराईड, प्रोपोफोल, थियोपेटम सोडियम, लिग्रोसेन हाईड्रॉक्लोराईड, लिग्रोसेन हाईड्रोक्लोराइड प्लस, बुपी वैक्सीन, ग्लाईकॉपीरोलेट ओ.एस.पी., एट्रोपाईन सल्फेट, डाईजेपेम, मिडाजोलम, फैंटेंल, डाईक्लोफैंस, आईबूप्रोफेन, पैरासिटामोल, एसक्लोफेन, मोरफिन सल्फेट, ट्रमाडोल हाईड्रोक्लोराईड, पैंटाजोसिन, एलोपूरीनोल, मैथोट्रेकसाईड, सेट्रीजाईन, फेनीरेमांईड मेलिट, डैक्सामैथाजन हाईड्रोकोरिटसन, प्रेडनिसोलोन, मैथिलप्रेडिनिसोलोन, लिवोसट्राईजन, प्रोमैथाईजन, मोंटेलुक्साट, टरबिनाफीन, एड्रैनेलाइन, एंटीस्नेक वेनोम, कैल्शियम गलुकोनेट, नेलोक्सन, प्रालिडोक्सिम (पेम), कार्बेमेजेपीन, लोरेजपेम, मैग्निशयम सल्फेट, फैनोबार-बीटोन, फिनीशन, सोडियम वलपोरेट, अल्वेंडाजोल, लेवरमकटिन, एमोक्सीसिलन, एमोक्सीलिन प्लस, बेनजाथिन पैनसिलिन, सैफोटक्साइन, सेफेटरीएसोन पाऊडर, सेफिसाइम, सेफोपेराजोन प्लस सल्बकटम, ऐमेकेसिन, ऐजीथ्रोमाईसिन, नोरफोक्स, ओफलोक्सिन, सीप्रोफोक्सिन, डोकासिसाईकङ्क्षलन, नेटील माइन इंजैक्शन, जैंटामाइसिन, सल्फेमेथोक्साजोल, लिनजोलिड, कलोटरीमेजोल, फलोकोनेजोल, एक्सिकोविर, मेट्रोनिडाजोल, आफलोक्सिन, सुमिट्रीपटेन, लेवोडोपा, ट्रीक्सीफेनेडायल, आयरन फोलिक एसिड, आयरन सकरोल, हेप्रीन सोडियम, वारफ्रीन सोडियम, एथामसस्लाइट, ट्रैनएक्समाइक एसिड, एनाक्साप्रेम सोडियम, डिलटीयाजम, गलाइसरिन ट्रीनीटेट, आइसोसोरबाइट, आईसोसोरबाइट डिनिट्रैट, मैटोपरोलोल, कारवीडियोल, प्रोपेरानोल, एडनोसाइन, डिगोसिन, वेरापेमिल, एमोडिपाइन, एनालाप्रिल, मेथलडोपा, लुसारट्रैन, नाईफडिपाइन, रेमीप्रिल, लेबटोलोल, टेरोएसमाईंड, सिलडेनाफिल, ओलमिलसरटेन, एलटेप्लेस, टेलमीसरटेन, डोपोटेमाइन, नोराड्रैनेलाईन, डोपामाईन, एसटीलसाईलिक एसिड, कलोपीडिग्रेल,  रोसवेस्टन, अटोरवेस्टटिन, स्ट्रेपटोकिनेस, मेफेन टरमाईन, पोलिमेकसिन, क्लीनडामक्सिन, सेलिसाईलिक ऐसिड, सिल्वर सल्फाडाइजन, क्रोटामिटन, बेटामेथासन, कोलटार एसिड, परमेथरिन व गमा बेनजिन आदि के अलावा अन्य दवाइयां भी उपलब्ध होंगी।