सरकार झुकने को नहीं तैयार, 6 अस्पतालों व मेडिकल काॅलेजों में बढ़ाई टैस्ट टाइमिंग

Thursday, Jan 11, 2024 - 11:05 PM (IST)

शिमला (संतोष): क्रस्ना लैब के दूसरे दिन भी कामकाज ठप्प रखने के चलते हिमाचल में मेडिकल काॅलेजों व सरकारी अस्पतालों की लैब पर ही दारोमदार बना रहा। यहां तक कि मेडिकल काॅलेजों व अस्पतालों में लैब के सैंपल लेने के समय को बढ़ा दिया गया है ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। डीएमई की ओर से मेडिकल काॅलेजों को अपनी लैब को फुल टाइम काम करने के निर्देश दे दिए गए हैं। हालांकि दूसरे दिन मरीज प्रदेशभर के अस्पतालों में उपचार करवाने और टैस्ट करवाने के लिए कतारों में खड़े नजर आए और कुछ टैस्टों की जांच के लिए निजी लैब की ओर भी रुख किया लेकिन सरकार मामले को लेकर झुकने के मूड में नजर नहीं आ रही है। निदेशक चिकित्सा शिक्षा डाॅ. राकेश शर्मा ने कहा कि राज्य के सभी मेडिकल काॅलेजों की लैब को फुल टाइम काम करने के लिए कहा गया है।

कहीं दोपहर 1.30 बजे तक तो कहीं फुल टाइम हो रहे टैस्ट
प्रदेश के आईजीएमसी में दोपहर 1.30 बजे तक सैंपल लिए गए हैं। यहां प्रतिदिन औसतन 3200 से 3500 की ओपीडी होती है और 900 से अधिक मरीज दाखिल होते हैं। टांडा मेडिकल काॅलेज में भी 1.30 बजे तक मरीजों के सैंपल एकत्रित किए गए। यहां पर 2500 से 3000 तक ओपीडी होती है और 500 मरीज उपचाराधीन होते हैं। चम्बा मेडिकल काॅलेज में वैसे तो पूरे दिन ही सैंपल एकत्रित किए गए, लेकिन यहां पर सैंट्रल लैब स्थापित है, जहां पर 24 घंटे मरीजों के सैंपल एकत्रित किए जाते हैं। यहां पर 1000 से 1200 की ओपीडी और 300 मरीज दाखिल होते हैं। नाहन मेडिकल काॅलेज में 4 बजे तक सैंपल लिए गए, लेकिन यहां पर उसके बाद ऑन कॉल 24 घंटे सैंपल लेने की व्यवस्था की हुई है। यहां पर 1000 से 1200 की ओपीडी और 324 मरीज उपचाराधीन होते हैं। हमीरपुर मैडीकल कालेज में 1.30 बजे तक सैंपल एकत्रित किए गए और यहां पर 1000 से 1200 की ओपीडी और 220 मरीज दाखिल होते हैं।

क्रस्ना लैब के काम से असंतुष्ट थी तो एक वर्ष से क्या कर रही थी सरकार : जयराम
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि यदि क्रस्ना लैब के काम से सरकार असंतुष्ट थी तो एक वर्ष से क्या कर रही थी। सरकार प्रदेश के लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रही है और मरीज बिना जांच के भटक रहे हैं और स्वास्थ्य मंत्री ऊल-जलूल बयान दे रहे हैं। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री राजीव सहजल ने कहा कि क्रस्ना लैब के माध्यम से 56 प्रकार के टैस्ट हिमाचल में फ्री होते हैं और यह व्यवस्था भाजपा सरकार ने 2018 में जनहित में की थी लेकिन आज यह सब टैस्ट करवाने के लिए आम आदमी को निजी लैब का रुख करना पड़ रहा है। हिमाचल की कांग्रेस सरकार ने प्रदेश को नया दौर ऐसा दिखाया है। 
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Content Writer

Vijay