राज्यपाल का पद संवैधानिक, इसे सियासत से नहीं जोड़ सकते : शुक्ला

Saturday, Feb 18, 2023 - 09:06 PM (IST)

शिमला (कुलदीप): राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा है कि राज्यपाल का पद संवैधानिक है और इसे सियासत से नहीं जोड़ सकते। उन्होंने कहा कि वह प्रदेश में अधिकांश समय सड़क मार्ग से ही यात्रा करेंगे ताकि वह लोगों की समस्याओं को जानकर उनका निवारण कर सकें। शिव प्रताप शुक्ला राज्यपाल का पदभार संभालने के बाद राजभवन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने अपनी नियुक्ति के लिए राष्ट्रपति का आभार भी जताया। उन्होंने नशीले पदार्थों के अवैध कारोबार पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह बुराई तेजी से युवा पीढ़ी को अपने शिकंजे में ले रही है। ऐसे में उनका प्रयास रहेगा कि शिक्षण संस्थानों और सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से नशामुक्ति के अभियान को और व्यापक बनाकर प्रत्येक व्यक्ति की भागीदारी सुनिश्चित की जाए। वह प्रदेश में कौशल विकास के लिए भी कार्य करेंगे, ताकि युवा पीढ़ी को इसका लाभ मिल सके।

सरकार को बुलाकर करूंगा समस्याओं का निवारण
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि जहां पर लोगों की समस्याओं के निवारण की बात होगी, वहां पर सरकार को बुलाकर उनके निवारण का प्रयास किया जाएगा। उनका प्रयास रहेगा कि राज्य सरकार के साथ बेहतर समन्वय के साथ कार्य हो ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ आम आदमी को मिल सके। 

पूर्व के राज्यपालों के कार्यों को आगे बढ़ाएंगे
राज्यपाल ने कहा कि वह पूर्व राज्यपालों की ओर से आरंभ किए गए कार्यों को आगे बढ़ाएंगे। फिर चाहे नशामुक्ति के खिलाफ चलाए जाने वाला अभियान हो या फिर गुणवत्ता शिक्षा पर ध्यान देना हो। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश अग्रणी राज्यों में शामिल है। उन्होंने कहा कि वह विश्वविद्यालय के कुलाधिपति होने के नाते उच्च शिक्षा गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देंगे तथा प्रदेश में क्षयरोग के पूरी तरह से उन्मूलन में भी अपना योगदान देंंगे।

नैगेटिव न्यूज के पॉजिटिव परिणाम होते हैं
राज्यपाल ने कहा कि तथ्यों पर आधारित नैगेटिव न्यूज के परिणाम पॉजिटिव होते हैं। इससे बेहतरी की दिशा में कार्य किया जा सकता है और मीडिया इस दिशा में बेहतर प्रयास कर सकता है।

देवभूमि में आकर देवभाषा में ली शपथ
राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि वह देवभूमि आए हैं, इसीलिए यहां आकर देवभाषा संस्कृत में शपथ ली है। वह चाहते हैं कि देवभाषा की परंपरा आगे बढ़े। उन्होंने प्रदेश की जनता के आतिथ्य की सराहना भी की तथा शपथ लेने से पहले अपने परिवार के सदस्यों के साथ यज्ञ भी किया।

गोरखपुर व शिमला का तापमान बराबर
राज्यपाल ने कहा कि जब वह गोरखपुर से शिमला के लिए चले थे, तो सोचा था कि वहां ठंडक होगी। उन्होंने कहा कि जब वह शिमला पहुंचे तो पता चला कि यहां का तापमान गोरखपुर के बराबर है। इसका कारण शिमला में इस बार बर्फबारी का नहीं होना है, जिसके लिए पौधारोपण पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।

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Content Writer

Vijay