ग्रामीण महिलाओं के उत्पादों को बेचने के लिए सरकार मुहैया करवाएगी बाजार : वीरेंद्र कंवर

Tuesday, Oct 15, 2019 - 04:18 PM (IST)

शिमला (तिलक राज): अंतर्राष्ट्रीय ग्रामीण महिला दिवस पर शिमला में ग्रामीण विकास द्वारा रोटरी टाऊन हाल में ग्रामीण क्षेत्रों के स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई। प्रदर्शनी का शुभारंभ ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कवर ने किया। प्रदर्शनी में ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों को प्रदर्शित और बेचने के लिए रखा गया, जिसमें प्रदेश भर के 25 स्वयं सहायता समूहों द्वारा जूट से बने उत्पाद, ऊन के हाथ से बनाए गए कपड़ों और बांस से बनाए उत्पाद बिक्री के लिए रखे गए हैं। इस मौके पर मंत्री ने कहा कि विभाग जल्द ही प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों को बाजार मुहैया करवाया जाएगा ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं आजीविका कमाने के लिए जो उत्पाद तैयार कर रही हैं, उन्हें उसका उचित दाम मिले और उन्हें उत्पाद बेचने के लिए भटकना न पड़े।

प्लास्टिक के विकल्प के तौर पर अपनाया जा सकता है जूट का बैग

विभाग द्वारा आजीविका मिशन के तहत कई कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं और खासकर महिलाओं द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों की बिक्री के लिए मंच देने का प्रयास किया जा रहा है। आज ग्रामीण महिला दिवस पर यहां प्रदर्शनी लगाई गई है, जिसमें महिलाओं द्वारा तैयार कई उत्पाद प्रदर्शित किए हंै, जिसमे खासकर जूट के बैग प्लास्टिक के विकल्प के तौर पर अपनाए जा सकते हैं। सरकार ने पहले ही प्लस्टिक पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है, ऐसे में स्वयं सहायता समूहों द्वारा बनाए जा रहे जूट के बैग को अपनाया जा सकता है।

स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की बिक्री को प्रदान करेंगे मंच

उन्होंने कहा कि सहायता समूहों के उत्पादों को सिविल सप्लाई की दुकानों और राष्ट्रीय मार्गों में दुकाने खोली जाएंगी, जहा पर इन उत्पादों को बेचा जाएगा ताकि ग्रामीण क्षेत्रो में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जा सके। इसके अलावा 2018 में 3 राष्ट्रीय स्तरीय सरस मेलों का आयोजन किया गया था और इस वर्ष भी मंडी और ऊना में सरस मेला दिसम्बर माह में आयोजित किया जाएगा, जिसमें स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पादों की बिक्री के लिए मंच प्रदान करवाया जाएगा।

Vijay