पर्यटन सीजन में सरकार ने चुपके से बढ़ाया Toll Tax

Tuesday, Jun 11, 2019 - 10:43 AM (IST)

शिमला (ब्यूरो): प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने का दावा करने वाली सरकार ने राज्य में पर्यटन सीजन के बीच टोल टैक्स चुपके से दोगुना कर दिया है। ऐसे में बाहरी राज्यों से प्रदेश में प्रवेश करने वाली गाड़ियों से दोगुना टोल टैक्स वसूला जा रहा है। सूत्रों की मानें तो इस बार सरकार ने इस टैक्स में सीधे 40 से 60 रुपए तक की बढ़ौतरी की है। जहां पिछले साल बाहरी राज्यों की पैसेंजर गाड़ियां (6 से 12 सीटर) से 30 रुपए टोल टैक्स वसूला जा रहा था, वहीं इस बार सरकार ने इसमें सीधे 40 रुपए की बढ़ौतरी की है। अब टोल बैरियरों पर उक्त गाड़ियों से 70 रुपए वसूले जा रहे हैं। इसी तरह 12 से अधिक सीटर पैसेंजर गाड़ियों से 120 रुपए टोल टैक्स वसूला जा रहा है। 

टोल टैक्स की इस बढ़ौतरी से प्रदेश में पर्यटन भी प्रभावित हो सकता है। हिमाचल में पंजीकृत वाहनों से प्रदेश में टोल टैक्स नहीं लिया जाता है। सरकार ने बीते वर्ष हिमाचलियों को ये छूट दी थी, जिससे वर्ष 2018-19 में विभाग को 2.33 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। जहां वर्ष 2017-18 में आबकारी एवं कराधान विभाग को टोल टैक्स से 90.98 करोड़ रुपए की कमाई हुई थी, वहीं बीते वर्ष हिमाचल की गाड़ियों को टोल टैक्स में छूट देने से विभाग को वर्ष 2018-19 में 88.65 करोड़ रुपए की आय हुई है। ऐसे में साफ है कि इस बार विभाग को इसमें 2.33 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है।

ये हैं टोल टैक्स की नई दरें

12 से अधिक सीटों वाली पैसेंजर गाड़ियों से 120 रुपए, 6 से 12 सीटर से 70 रुपए, छोटी गाड़ियों व पब्लिक कैरियर वाहन 5 सीटर तक 50 रुपए, निजी गाड़ियों का टोल टैक्स 40 रुपए किया गया है। इसी के साथ सरकार ने बाहरी राज्यों की पंजीकृत गुड्स व्हीकल 120 क्विंटल से ज्यादा क्षमता वाले वाहनों से 450 रुपए, 90 से 120 क्विंटल की क्षमता वाले वाहनों पर 230 रुपए और 20 से 90 क्विंटल वाले वाहनों से 120 रुपए टोल टैक्स लिया जा रहा है जबकि 20 क्विंटल वाले वाहनों से 90 रुपए टोल टैक्स वसूला जा रहा है।

Ekta