अब विश्वविद्यालयों में होगी Cashless व्यवस्था : राज्यपाल

Wednesday, Dec 07, 2016 - 11:06 PM (IST)

शिमला: राजभवन के बाद अब सरकारी व निजी विश्वविद्यालयों में भी कैशलैस व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाएगा। इसके तहत विश्वविद्यालयों में डैविट/क्रैडिट कार्ड, ऑनलाइन, आर.टी.जी.एस. व चैक से लेन-देन को सुनिश्चित बनाया जाएगा। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने इस उद्देश्य से शुक्रवार को राजभवन में सरकारी व निजी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ विशेष बैठक की। 

बैठक को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि प्रदेश के विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों, कर्मचारियों व महाविद्यालयों को कैशलैस लेन-देन के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि अध्यापकों, स्टाफ  व विद्यार्थियों को मोबाइल तकनीक के माध्यम से डिजिटल लेन-देन के प्रयोग बारे जानकारी दी जानी चाहिए क्योंकि यह एक सुरक्षित प्रणाली है। उन्होंने इसके लिए प्रशिक्षण, कार्यशाला तथा सैमीनार आयोजित करने पर बल दिया ताकि इसका उपयोग दैनिक दिनचर्या में किया जा सके। उन्होंने विश्वविद्यालयों के बाद महाविद्यालयों में कैशलैस व्यवस्था को अपनाने पर बल दिया। 

राज्यपाल ने कहा कि भविष्य की पीढ़ी खुले तौर पर डिजिटल अदायगी प्रणाली को स्वीकार करेगी और कैशलैस आर्थिकी की क्रांति का नेतृत्व करेगी। उन्होंने कहा कि मोबाइल बैंकिंग तथा डिजिटल प्रणाली से की गई अदायगी से पारदॢशता आएगी। उन्होंने कहा कि मोबाइल बैंकिंग व ई-वॉलेट को अपनाने से प्रत्येक को लाभ मिलेगा, क्योंकि ऐसे में उन्हें अपने साथ नकदी रखने की आवश्यकता नहीं होगी। 

नोटों के विमुद्रीकरण का फैसला ऐतिहासिक
आचार्य देवव्रत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1,000 व 500 रुपए के नोटों का विमुद्रीकरण करने का ऐतिहासिक व साहसिक फैसला लिया है। ऐसे में अब हमें इस मिशन में उनका साथ देना चाहिए और इससे हम देश के आर्थिक सुधारों में भी सहयोग कर पाएंगे। उन्होंने विश्वविद्यालयों से इस मिशन में सहयोग देने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश राजभवन में पहले ही पूर्णरूप से कैशलैस प्रणाली को अपना लिया है। 

17 को राजभवन में कार्यशाला
राज्यपाल ने कहा कि 17 दिसम्बर को हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के टॉपर्स के लिए बैंकों की सहायता से राजभवन में प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की जाएगी। इसमें तकनीकी विशेषज्ञ कैशलैस तकनीक के बारे में ज्ञान उपलब्ध करवाएंगे। इस तरह की कार्यशालाएं अन्य विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में भी आयोजित की जाएगी। राज्यपाल के सचिव पुष्पेंद्र राजपूत ने बैठक का संचालन किया। अग्रणी बैंकों के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में उपस्थित थे।