कम्प्यूटर शिक्षकों पर सरकार नहीं ले सकी फैसला, नए सिरे से टैंडर करने का दिया सुझाव

Friday, Sep 20, 2019 - 11:35 AM (IST)

शिमला (प्रीति) : 2 दशकों से स्कूलों में कंपनी के तहत सेवाएं दे रहे हजारों कम्प्यूटर शिक्षकों पर सरकार अभी तक कोई फैसला नहीं ले सकी है। हालांकि शिक्षा विभाग ने 2 माह पूर्व सरकार को मामले पर प्रपोजल तैयार करके भेजी थी। इसके तहत विभाग ने प्रदेश में कम्प्यूटर शिक्षा के लिए एस.एस.ए. और आर.एम.एस.ए. के तहत सोसायटी बनाने की योजना बनाई थी ताकि शिक्षकों की सैलरी केंद्र से जारी एस.एस.ए. और आर.एम.एस.ए. फं ड से दी जा सके।

इसके अलावा इस प्रपोजल में विभाग ने उक्त शिक्षकों की सेवाओं को सीधे अनुबंध पर लेने को लेकर भी सिफारिश की थी लेकिन सरकार ने इस पर 2 माह बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की है। उच्च शिक्षा निदेशक डा. अमरजीत शर्मा का कहना है कि सरकार के निर्देशों के बाद विभाग ने कम्पयूटर शिक्षकों से संबंधित प्रपोजल तैयार कर सरकार को भेज दी थी। इसमें शिक्षकों के लिए एस.एस.ए. और आर.एम.एस.ए. के तहत सोसायटी बनाने व कम्प्यूटर शिक्षा के लिए नए सिरे से टैंडर करने को लेकर सिफारिश की गई है।

नए सिरे से टैंडर करने का भी दिया सुझाव

शिक्षा विभाग ने इस दौरान सरकार को कम्प्यूटर शिक्षा के लिए नए सिरे से टैंडर करने का भी सुझाव दिया है। मौजूदा समय में सरकार नायलेट कंपनी को 3 बार एक्सटैंशन दे चुकी है, ऐसे में विभाग इस बार इसके लिए नए सिरे से टैंडर करने की सिफारिश सरकार से कर रहा है। बता दें कि बीते जुलाई माह में सरकार ने कंपनी को दिसम्बर माह तक एक्सटैंशन दी है। प्रदेश में कंपनी दिसंबर  माह तक अपनी सेवाएं देगी।

अगस्त माह से कम्प्यूटर शिक्षकों की सैलरी पैंडिंग

प्रदेश में अगस्त माह से कम्प्यूटर शिक्षकों की सैलरी पैंडिंग है। सितंबर का महीना भी आधा गुजर गया है लेकिन शिक्षकों की सैलरी जारी नहीं की गई है, ऐसे में शिक्षक सरकार से उन्हें विभाग में मर्ज करने या उनके लिए सोसायटी बनाने की मांग कर रहे हैं।

Edited By

Simpy Khanna