देवता के नाम पर मारपीट को हत्या की श्रेणी में रखने को लेकर शिमला में प्रदर्शन

Wednesday, Nov 13, 2019 - 03:53 PM (IST)

शिमला (तिलक): मंडी के सरकाघाट में बुजुर्ग महिला के मुंह पर कालिख और बदसलूकी मामले पर शिमला में समाजसेवियों ने रिज मैदान पर महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष मौन प्रदर्शन किया। उच्च न्यायलय के बाहर धरने पर बैठने और मुख्य न्यायाधीश को ज्ञापन देने के लिए रिज से जाने लगे तो पुलिस ने उन्हें पहले रिज पर ही रोक दिया गया। लेकिन सभी समाज सेवी वहां से निकल गए और पुलिस ने उच्च न्यायलय से पहले ही माल रोड पर रोक दिया, जिसके बाद सभी समाजसेवी वहीं धरने पर बैठ गए। समाज सेवी प्रदेश में देवतों के नाम पर किए जा रहे अत्याचारों को गैर इरादतन हत्या की श्रेणी में लाने की मांग कर रहे हैं। 

समाज सेवी रवि कुमार धलित ने कहा कि आए दिन प्रदेश में देव आस्था पर लोगों के साथ कुर्र्ता देखने को मिल रही है। सरकाघाट में बजुर्ग महिला के साथ घिनौना काम किया गया, उन्हें जूतों की माला पहनाकर और मुंह पर कालिख पौथ कर घुमाया गया। इसके आलावा सुंदर नगर में भी युवक से मारपीट हुई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में देव स्थलों में जातीय भेदभाव चरम पर है। मामले सामने आने के बाद भी सरकार और जिला प्रशासन कोई कार्यवाई नहीं करता है, जबकि अन्धविश्वास की आड़ में गुर और कारदार जुल्म कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से अभी मंदिरों देव स्थलों को अपने अधीन लेने का आग्रह किया और मुख्या न्यायाधीश से इस तरह के मामलों में सख्त कानून बानाने और देवताओं के नाम पर हो रहे अत्याचारों को गैर जमानती और गैर इरादतन हत्या की श्रेणी में लेने की मांग की।

Ekta