रिटायर्ड टीचर से ऑनलाइन ठगी मामले में 3 भाइयों सहित युवती गिरफ्तार

Friday, Mar 22, 2019 - 09:10 PM (IST)

रामपुर बुशहर: बीमा पॉलिसी के नाम पर सेवानिवृत्त अध्यापक से ऑनलाइन 72 लाख रुपए की ठगी के मामले को पुलिस ने हल कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में 3 भाइयों सहित एक युवती को गिरफ्तार किया है। इन युवकों में गुरबचन शर्मा, राजेंद्र शर्मा व दीपक शर्मा पुत्र राजेंद्र सिंह, ग्रेटर नोएडा, दिल्ली तथा दीपिका ठाकुर पुत्री वासुदेव सिंह, त्रिलोकपुरी दिल्ली की रहने वाली है। इन चारों को प्रवीण कु मार से पूछताछ करने के बाद गिरफ्तार किया है। 5वां युवक प्रवीण कुमार उर्फ बिल्लू (38) पुत्र हवा सिंह हरियाणा के गांव सामला, रियल एस्टेट का रहने वाला है जोकि 25 मार्च तक पुलिस रिमांड पर है।

वर्ष 2013 से काम कर रहा है युवकों का नैटवर्क

जानकारी के अनुसार वर्ष 2013 से इन युवकों का नैटवर्क काम कर रहा है। दीपिका ने एम.कॉम. किया है। मोबाइल कॉल के माध्यम से दीपिका ही उपभोक्ताओं को बीमा पॉलिसी के बारे में जानकारी देती थी। दीपिका ग्राहकों से आवाज बदलकर बात करती थी। इसके बाद ग्राहकों को गुमराह करके अलग-अलग खातों में पैसे जमा करने के निर्देश दिए जाते थे। इसके लिए अलग-अलग बैंकों में खाते भी खोले गए। इसके लिए एक ही आदमी का फोटो प्रयोग किया गया। यह जानकारी डी.एस.पी. रामपुर अभिमन्यु वर्मा ने रामपुर में आयोजित पत्रकार वार्ता में दी है।

9 भाषाओं का ज्ञान रखते हैं ठग गिरोह के सदस्य

बता दें कि सेवानिवृत्त अध्यापक देश लाल गौतम ने वर्ष 2013 से 2017 तक करीब 72 लाख रुपए की राशि अलग-अलग बैंक खातों में जमा की। जब बीमा कम्पनी से सम्पर्क किया तो उन्होंने बताया कि आपके माध्यम से इसके बाद कोई भी पॉलिसी नहीं खरीदी गई है। शातिर ठग गिरोह के सदस्य व हैकर 9 भाषाओं का ज्ञान रखते हैं, ऐसे में वे आसानी से अलग-अलग भाषाओं के माध्यम से ग्राहकों का विश्वास जीतने के बाद उन्हें ठगी का शिकार बनाते थे।

पुलिस की टीम में ये रहे शामिल

पुलिस की टीम में थाना प्रभारी रामपुर रविंद्र नेगी, सब इंस्पैक्टर कर्म चंद, हैड कांस्टेबल पीयूष राज, कर्म चंद, जसवंत गुप्ता, शिव राम, हीरा लाल, राकेश, राजीव व कांस्टेबल अनिल कुमार शामिल हैं। पुलिस की टीम ने इस मामले को सुलझाने के लिए दिल्ली, हरियाणा व गुडग़ांव सहित अन्य क्षेत्रों में छानबीन की। इसके बाद पुलिस को सफलता मिली है। इसके अलावा इन ठगों को पकडऩे के लिए गाजियाबाद पुलिस की भी सहायता ली।

Vijay