बर्फबारी के बाद फलदार पौधे राेपने में जुटे बागवान, बागवानी विभाग ने दी ये सलाह

Thursday, Jan 16, 2020 - 05:36 PM (IST)

रामपुर बुशहर (विशेषर नेगी): हिमाचल के माध्यम व ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के बाद विभिन्न फलदार पौधों को रोपने की प्रक्रिया तेज हो गई है। इससे  ऊपरी क्षेत्र में पौधों की मांग काफी बढ़ गई है। मांग को देखते हुए मौके का लाभ उठाने के लिए कुछ लोग गैर-प्रमाणिक और रोग युक्त पौधे कस्बों के नजदकी बस अड्डों एवं चौराहों के आसपास लाकर बेच रहे हैं। हालांकि बागवानी विभाग ने इस तरह पौधे बेचने वालों पर नकेल कसने के प्रयास तेज कर दिए हैं लेकिन सीमित संसाधनों के चलते ऐसी गतिविधियों को रोकना अधिकारियों के लिए मुश्किल हो गया है।

विभाग की ओर से बागवानों को सलाह दी जा रही है कि पौधे पंजीकृत नर्सरी से ही लें जहां बागवानी विभाग की निगरानी से पौधे तैयार हुए हों। अधिकारियों का कहना है कि अक्सर बागवान जल्दबाजी में बाजार और चौराहों पर पौधे बेचने वालों से महंगे पौधे क्रय कर लेते हैं। ऐसे पेशेवर पौधे बेचने वाले लोग घटिया और रोगयुक्त पौधे बेचकर खुद चांदी कूट रहे हैं लेकिन बागवान को सालों बाद लुटने का पता चलता है जब पौधे फल देने लायक हो जाते हैं। हिमाचल किसान सभा के नेताओं का कहना है कि चौराहों पर इस तरह पौधे बेचने वालो पर पूर्ण प्रतिबंध हो ताकि बागवान रजिस्टर्ड व्यक्ति से अच्छे और सस्ते पौधे ले सकें।

किसान सभा सचिव प्रेम चौहान ने बताया कि प्रदेश में अच्छी बर्फबारी हुई है। ऊपरी क्षेत्र में सेब पौधे लगाने का सिलसिला शुरू हो रहा है लेकिन सरकार ने जो वायदे किए थे कि बागवानों तक सेब की अच्छी वैरायटी पहुंचाएंगे लेकिन ऐसा धरातल में देखने को नहीं मिल रहा है। दूसरी ओर विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर कुछ लोग धड़ल्ले से घटिया पौधे बेच रहे हैं। इतना ही नहीं ये लोग पौधे सरकारी दर से 2 से 3 गुना अधिक दामों पर बेच रहे हैं। इन पर सरकार तुरंत अंकुश लगाए।

बागवानी विकास अधिकारी डॉ. बलवीर चौहान ने बताया कि बागवानों को सलाह दी जाती है अब पौधरोपण का कार्य शुरू करें लेकिन विभाग की ओर से बागवानों को सलाह है कि वे पौधे विभागीय पंजीकृत नर्सरी से ही लें। बाहर खुले में जो पौधे बिक रहे हैं वो हवा में खराब हुए होते हैं दूसरा रोगयुक्त एवं वैरायटी की भी कोई गारंटी नहीं रहती, ऐसे में बागवानों को नुक्सान होगा।

Vijay