बागवानों के करोड़ों डकार गए आढ़ती, नहीं की जा रही FIR दर्ज

Friday, Nov 23, 2018 - 01:42 PM (IST)

शिमला (देवेंद्र हेटा): प्रदेश के बागवानों को कुछ आढ़ती और लदानी करोड़ों का चूना लगाकर फरार हुए हैं। पुलिस इनके खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज नहीं कर रही है। इससे बागवानों के पास अब अपना माथा पीटने के अलावा दूसरा विकल्प नहीं बचा है। बागवानों से धोखाधड़ी करने वाले इन आढ़तियों की लाइसैंस अथॉरिटी ए.पी.एम.सी. भी इनके खिलाफ कार्रवाई से बच रही है। ऐसे में बागवान आखिर किसके पास जाएंगे। ए.पी.एम.सी. एक्ट -2005 में किसानों-बागवानों को उसी वक्त पेमैंट देने का प्रावधान है, जब उनका उत्पाद बिकता है लेकिन प्रदेश में कुछ बागवानों को 3-3 साल से भी उनके खून-पसीने की कमाई की पेमैंट नहीं दी जा रही है। 

शिमला और सोलन APMC को पैसा हड़पने की कुल 102 शिकायतें मिली

शिमला और सोलन ए.पी.एम.सी. को पैसा हड़पने की कुल 102 शिकायतें मिली हैं। शिमला में कुछ समय पहले तक 86 शिकायतों के अनुसार 2.31 करोड़ रुपए की पेमैंट लदानी व आढ़तियों ने ग्रोवरों को देनी है जबकि सोलन में 19 शिकायतों के मुताबिक 3.26 करोड़ की पमैंंट पैंडिंग है। यहां गौर करने वाली बात यह है कि उक्त पेमैंट उन्हीं लोगों की है, जिन्होंने विभिन्न ए.पी.एम.सी. शिकायतें कर रखी हैं। यदि सभी बागवानों की पैंडिंग पेमैंट जोड़ दी जाए तो यह रकम कई सौ करोड़ों में पहुंच जाएगी। फिर भी ए.पी.एम.सी. हर साल धोखाधड़ी करने वाले दर्जनों लोगों को आढ़त के लाइसैंस दे देता है। बागवानों की उनकी पेमैंट सुरक्षित दिलाने की जिम्मेदारी भी लाइसैंस अथॉरिटी की ही बनती है, लेकिन ए.पी.एम.सी. तो शिकायतें मिलने के बाद भी ऐसे लोगों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करने में पिक एंड चूज कर रही है। 

बीते 2 सालों से 22 लदानी और आढ़ती फरार

प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों से बीते 2 सालों के दौरान 22 लदानी और आढ़ती फरार हुए हैं। ठियोग के जनरोड़ी निवासी दिनेश वर्मा ने बताया कि गजेड़ी में बीते साल उन्होंने एक फर्म को लगभग पौने 5 लाख रुपए का सेब बेचा था और अभी भी उन्हें पेमैंट नहीं मिल पाई है। आढ़ती पेमैंट देने की बजाय उलटा उन्हें डरा-धमका रहा है। उन्होंने बताया कि जब वह एफ.आई.आर. के लिए ठियोग पुलिस स्टेशन गए तो पुलिस ने एफ.आई.आर. करने से पल्ला झाड़ लिया। उन्होंने बताया कि जिन 18 लोगों की आढ़तियों ने पेमैंट नहीं दी है, उन सभी द्वारा हस्ताक्षरित शिकायत पर भी पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया।

किसान संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल ने उठाई कार्रवाई की मांग

किसान संघर्ष समिति का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को सचिव संजय चौहान की अध्यक्षता में कृषि मंत्री डा. रामलाल मारकंडा से सचिवालय में मिला। इस दौरान समिति के पदाधिकारियों ने प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में आढ़तियों व लदानियों द्वारा की जा रही सुनियोजित लूट-खसूट से अवगत कराया और बागवानों का पैसा हड़पने वाले आढ़तियों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करने का आग्रह किया। प्रतिनिधिमंडल ने कृषि मंत्री को 27 उन बागवानों की सूची भी सौंपी, जिनके आढ़ती पैसा हड़प गए हैं। इसी तरह बागवानों का पैसा हड़पने वाले आढ़तियों की भी सूची कृषि मंत्री को दी गई है। संजय चौहान ने बताया कि आढ़तियों की धोखाधड़ी के बावजूद पुलिस एफ.आई.आर. नहीं कर रही है।

धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ होगी एफ.आई.आर. 

किसानों का पैसा किसी को भी हड़पने की इजाजत नहीं दी जाएगी। मैंने पुलिस को ऐसे सभी आढ़तियों के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करने के निर्देश दिए हैं, जिन्होंने बागवानों की पेमैंट नहीं दी है।
      

Ekta