करसोग में कूड़ा ठिकाने लगाना नगर पंचायत के लिए बना सिरदर्द, अब यहां डंपिंग साइट के विराेध में उतरे ग्रामीण

Thursday, Mar 31, 2022 - 10:23 PM (IST)

करसोग (धर्मवीर गौतम): करसोग में डोर-टू-डोर गारबेज कलैक्शन योजना के तहत घरों से एकत्रित किए जाने वाले कूड़े-कचरे को ठिकाने लगाना नगर पंचायत के लिए अब सिरदर्द बन गया है। यहां उपमंडल के अंतर्गत केलोधार के बालना में ग्रामीणों के विरोध के बाद नगर पंचायत ने डंपिंग साइट को बंद कर दिया था। इसके साथ ही ममेल पंचायत के तहत  गगौण नाला में नई डंपिंग साइट चिन्हित की गई, लेकिन  यहां भी डंपिंग साइट तैयार करने की भनक लगते ही बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने स्पॉट पर पहुंच कर कटिंग में लगी जेसीबी मशीन को रोक दिया। इसके बाद स्थानीय ग्राम पंचायत प्रधान नारायण सिंह वर्मा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने करसोग पहुंचकर तहसीलदार के माध्यम से एसडीएम को ज्ञापन सौंप कर डंपिंग साइट को लेकर अपनी असहमति जताई है। एसडीएम से मिलने पहुंचे प्रतिनिधिमंडल में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं।

जेसीबी से अवैध तरीके से सड़क निर्माण का आरोप

यही नहीं, स्थानीय जनता ने इस मामले की पुलिस से भी शिकायत की है, जिसमें ग्रामीणों ने रात के समय डंपिंग साइट बनाने को लगाई गई जेसीबी से अवैध तरीके से सड़क निर्माण करने का भी आरोप लगाया है, ऐसे में डंपिंग साइट को लेकर हो रहे चौतरफा विरोध से नगर पंचायत की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पिछले लंबे समय से उपजे मतभेद को सुलझाने में नगर पंचायत पूरी तरह से नाकाम रही है। इस मौके पर पंचायत समिति के उपाध्यक्ष रतन राणा, पंचायत प्रधान नारायण सिंह, सेवा निवृत्त कैप्टन  चेतराम ठाकुर, हरिमन, वार्ड सदस्य सुभद्रा, महिला मंडल शांता देवी, लीला देवी, कमला देवी, मधु देवी, मोहन लाल, रमेश कुमार, परसराम व मंगतराम आदि उपस्थित रहे। 

ग्रामीण बोले-डंपिंग साइट से होगी बर्बादी

ममेल पंचायत के लोगों का कहना है कि गगौण नाला में डंपिंग साइट बनाने से साथ लगता प्राकृतिक पेयजल स्त्रोत दूषित हो जाएगा। जिससे  करसोग स्कूल, कालेज, काणी-मंदलाह, सानणा, बातालबहली, भडारनु व नैहरा आदि गांव में पानी की सप्लाई की जाती है। इससे हजारों लोग जनजनित रोगों की चपेट में आ जाएंगे। यही नहीं, डंपिंग साइट में गंदगी फैलाने से जंगली जानवरों का आतंक भी बढ़ जाएगा। जो लोगों की फसलों को तबाह कर देंगे। ममेल पंचायत के प्रधान नारायण सिंह का कहना है कि जिस स्थान पर नगर पंचायत डंपिंग साइट बना रही है। यहां प्राकृतिक पेयजल स्त्रोत है। इससे करसोग के  हजारों लोगों को  पानी की सप्लाई दी जाती है। डंपिंग साइट से पेयजल स्त्रोत दूषित हो जाएगा। उन्होंने कहा कि डंपिंग साइट से जंगली जानवरों का भी आतंक बढ़ जाएगा। जिससे लोगों को अपनी  फसलें बचाना मुश्किल होगा।  इसलिए स्थानीय जनता डंपिंग साइट का विरोध कर रही है। 

क्या कहते हैं तहसीलदार

तहसीलदार राजेंद्र ठाकुर का कहना है कि ममेल पंचायत से लोग मिलने आए थे। जिन्होंने  डंपिंग साइट के लगी मशीन पर अपना विरोध जताया है। उन्होंने कहा कि लोगों की बात को सुना गया है। इस मामले को एसडीएम के ध्यान में लाकर ही कोई उचित निर्णय लिया जाएगा।

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Content Writer

Vijay