भारत-बंगलादेश के संबंधों में प्रगाढ़ता के लिए मिलकर करना होगा काम : राजकुमार रंजन
Saturday, Feb 19, 2022 - 12:45 AM (IST)
शिमला (योगराज/कुलदीप): भारत के विदेश राज्यमंत्री राजकुमार रंजन सिंह ने कहा है कि भारत-बंगलादेश के संबंधों में और प्रगाढ़ता लाने के लिए मिलकर काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भारत ने सदैव ही अपने पड़ोसी देशों के साथ सहयोग का हाथ बढ़ाया है। राजकुमार रंजन सिंह यहां भारत-बंगलादेश मैत्री संबंधों के 50 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित दसवें दौर के मैत्री संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भारत और बंगलादेश मैत्री का इतिहास 50 साल पुराना है, जिसमें समय के साथ अधिक प्रगाढ़ता आई है। बंगलादेश के विदेश राज्यमंत्री मोहम्मद शहरयार आलम ने कहा कि दोनों देशों में सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए सुरक्षा क्षेत्र में सहयोग जरूरी है। उन्होंने दोनों देशों के संबंधों को मधुर बताया।
मैत्री संवाद में मुख्य रूप से 4 विषयों को लेकर मंत्रणा
गवर्निंग काऊंसिल इंडिया फाऊंडेशन के सदस्य व भाजपा के थिंक टैंक माने जाने वाले राम माधव ने दोनों देशों के बीच रिश्तों को और अधिक प्रगाढ़ करने पर बल दिया। राज्यसभा सदस्य एमजे अकबर ने भी दोनों देशों के मैत्री संबंधों पर प्रकाश डाला। दो दिन तक चलने वाले इस मैत्री संवाद में मुख्य रूप से 4 विषयों को लेकर मंत्रणा हो रही है। इसमें दोनों देशों में मैत्री संबंधों को मजबूत करने के लिए कनैक्टीविटी और उप-क्षेत्रीय संगठनों की भूमिका, सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए सुरक्षा सहयोग, आर्थिक विकास के लिए व्यापार व निवेश को बढ़ावा देना तथा शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन से जुड़े विषयों को चर्चा के लिए चुना गया है। इस संवाद में भाग लेने के लिए बंगलादेश के उप शिक्षा मंत्री एम. हुसैन चौधरी, बंगलादेश के पूर्व मंत्री जेके नाईक, राज्यसभा सांसद सुरेश प्रभु, भारत में बंगलादेश के उच्चायुक्त मोहम्मद इमरान, गवर्निंग काऊंसिल इंडिया फाऊंडेशन के सदस्य शौर्य डोवाल, राज्यसभा सदस्य स्वप्र दास गुप्ता व भुवनेश्वर कलिटा तथा लोकसभा सदस्य राजदीप रॉय जैसे गण्यमान्य व्यक्तियों को न्यौता भेजा गया है।
भारत-बंगलादेश के मधुर संबंधों का यह स्वर्णिम पड़ाव : अर्लेकर
राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने भारत-बंगलादेश मैत्री संवाद में भाग लेने आई दोनों देशों की जानी-मानी हस्तियों के सम्मान में रात्रि भोज का आयोजन किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि भारत-बंगलादेश के मधुर संबंधों का यह स्वर्णिम पड़ाव है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच मधुर संबंध हैं और इस तरह के मिलन कार्यक्रम हमें और नजदीक लाने में सहायता करते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बंगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेतृत्व में दोनों देश उन्नति की राह पर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि बंगलादेश मुक्ति के बाद पाकिस्तान के युद्ध बंदियों को समानतापूर्वक रिहा करके हमने का मानवता का परिचय दिया है। उन्होंने याद दिलाया कि 1972 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पाकिस्तान के राष्ट्रपति जुल्फीकार अली भुट्टो के बीच ऐतिहासिक शिमला समझौता इसी राजभवन में हुआ था।
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