किन्नौर के सांगला में टोंगटोंगचे व सेरिंगचे नाले में आई बाढ़, प्रशासन ने लोग से की ये अपील

Sunday, Jul 03, 2022 - 10:37 PM (IST)

रिकांगपिओ/किन्नौर(रिपन/अनिल): किन्नौर जिले में पिछले 2 दिनों में हुई हल्की बारिश के बाद भी जिला के कई क्षेत्रों के नालों में अचानक बाढ़ आनी शुरू हो गई है। शनिवार देर शाम को भी सांगला क्षेत्र के टोंगटोंगचे व सेरिंगचे नाला में बाढ़ आ गई। हालांकि इन नालों में अचानक आई बाढ़ से किसी तरह का जानी नुक्सान नहीं हुआ है परंतु फिर भी प्रशासन ने सांगला घाटी के लोगों को घाटी के नदी-नालों समीप आवाजाही से मनाही की है। जिला में रुक-रुक कर बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर हैं और जिला के कई संवेदनशील स्थानों में बारिश के कारण चट्टानों के खिसकने का अंदेशा बना रहता है। जिला किन्नौर में बरसात के दौरान भूस्खलन, नदी नालों में बाढ़, चट्टानों के खिसकने के मामले लगातार सामने आते हैं। हल्की बारिश के बाद ही अब सांगला के टोंगटोंगचे व सेरिंगचे नाला में बाढ़ ने अपना रौद्र रूप दिखाया है। 

अति संवेदनशील 6 भूस्खलन स्थलों पर लगा अर्ली वार्निंग सिस्टम  
जिला किन्नौर प्रशासन द्वारा जिले के अति संवेदनशील 6 भूस्खलन स्थलों पर जिनमें निगुलसरी, बटसेरी, पागल नाला, उरनी ढांक, कुप्पा व पुरबनी झूला हैं पर अर्ली वार्निंग सिस्टम व लैंड मॉनिटरिंग प्रणाली स्थापित की गई है ताकि इन स्थानों पर होने वाले हादसों से बचाव हो सके। वहीं डीसी किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने स्थानीय लोगों व पर्यटकों से आह्वान किया है कि अनावश्यक यात्रा न करें व जिले में 8 जुलाई तक बारिश होने की संभावना है, जिससे जिला में बारिश के दौर को देखते हुए पर्यटक व स्थानीय लोग नदी नालों व पहाड़ियों की ओर न जाएं ताकि किसी के जानमाल का नुक्सान न हो।

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Content Writer

Vijay