कांगणी हेलीपोर्ट निर्माण में खामियां, बदलेगी साइट

Tuesday, Dec 08, 2020 - 12:16 PM (IST)

मंडी (रजनीश हिमालयन) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उड़ान-2 योजना में मंडी शहर हिमाचल का मेन डेस्टीनेशन बनाने के लिए बनाए जा रहे हेलीपोर्ट के निर्माण कार्य के शुरूआत में ही प्रदेश सरकार को लाखों की चपत लगी है। हेलीपोर्ट के टर्मिनल भवन के निर्माण कार्य का निरीक्षण करने पहुंची भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण की टीम ने खामियां को निकालकर इसकी साइट को बदलने के निर्देश दिए हैं। निर्माणाधीन टर्मिनल भवन पर अब तक करीब 20 लाख रुपए की राशि व्यय की जा चुकी है।
निरीक्षण के दौरान पाई गई खामियाें के बाद टर्मिनल भवन के निर्माण कार्य पर भी ब्रेक लग गई है। सूत्र बतातें है कि जिस जगह पर टर्मिनल भवन बनाना था उस निर्धारित जगह पर इसका कार्य शुरू न करके इसे साथ लगती पहाड़ी के साथ टर्मिनल भवन बनाना शुरू कर दिया था। इस भवन के पिल्लर का कार्य पिछले दिनों जाेरों पर चला हुआ था। इस बीच कुछ दिन पहले भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण की टीम हेलीपोर्ट के निर्माण कार्य का जायजा लेने के लिए कांगणीधार पहुंची थी।
इस दौरान टीम ने पाया कि टर्मिनल भवन का साथ लगती पहाड़ी के साथ-साथ बनाया जा रहा है। इस पर टीम ने आपत्ति जताई और टर्मिनल भवन को पहाड़ी के साथ-साथ न बनाने के लिए कहकर इससे बदल कर पहाड़ी से आगे रखकर इसका कार्य करने के लिए कहा गया था। अभी तक टर्मिनल भवन की नींव का कार्य ही किया जा रहा है। ऐसे में भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण द्वारा निकाली गई कमियों के बाद इस प्रोजैक्ट पर ब्रेक लगती हुई दिखाई दे रही हैं।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश टूरिजम डिपार्टमेंट बोर्ड द्वारा हेलीपोर्ट के टर्मिनल भवन निर्माण कार्य शिवा इलेक्ट्रिकल के माध्यम से करवाए जा रहा है। इस भवन का कार्य 25 फरवरी 2020 को अवार्ड हुआ था। जिसे पूरा करने के लिए 12 महीने की अवधि पूरा किया जाना है। कांगणी धार में हेलीपोर्ट के निर्माण के लिए 3,96,10079 की राशि का बजट अवार्ड किया गया है। 
हिमाचल पर्यटन विभाग के संयुक्त निदेशक रॉबिन जॉर्ज का कहना है कि टर्मिनल की साइट में थोड़ा सा बदलाव किया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है कि पिछले पहाड़ी में कटिंग ज्यादा की हुई है। स्थानीय अधिकारियों ने थोड़ पीछे जाकर काम करना शुरू कर दिया था। इसके पीछे स्थानीय अधिकारियों को तर्क था कि ऐसा करने से हैलीपोर्ट के लिए आगे ज्यादा जगह मिल जाएगी। निरीक्षण टीम ने ज्यादा पीछे न जाकर आगे ही टर्मिनल बिल्डिंग के निर्माण के लिए कहा है। हैलीपोर्ट के टर्मिनल निर्माण के दौरान किसी तरह की कमियां न रह जाए इसके लिए जिन्होंने डी.पी.आर. बनाई थी उनका विजिट करवाया था।
मंडी शहर बनेगा हिमाचल का मेन डेस्टीनेशन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उड़ान-2 योजना में मंडी शहर हिमाचल का मेन डेस्टीनेशन बनाने के लिए हेलीपोर्ट बनाया जा रहा है। हिमाचल सरकार ने हेलिटैक्सी सेवा का विस्तार कर उड़ान-2 के माध्यम से हिमाचल में पर्यटकों को खींचने की योजना बनाई है। इसके चलते जनजातीय क्षेत्रों की सब्सिडाइज्ड हवाई सेवा के साथ-साथ दूसरे शहरों में कामर्शियल उड़ाने करवाने की योजना है।
इसी कड़ी में हिमाचल सरकार ने प्रदेश भर में हेलिपैड निर्माण के लिए 52 हेलिपैड की संभावनाएं तलाशी थी। प्रदेश में प्रस्तावित उड़ान-2 में शिमला और धर्मशाला से मनाली के लिए हवाई सेवा शुरू होगी। इन तीनों शहरों की प्रत्येक उड़ान का केंद्र बिंदु मंडी शहर का कंगणी हेलिपैड को चयनित किया गया है। धर्मशाला-मनाली के बीच की उड़ान के मंडी में भी लैडिंग होगी। इसी तर्ज पर शिमला-मनाली के मध्य प्रस्तावित हवाई सेवा मंडी शहर से जुड़ेगी।

 

Rajneesh Himalian