हिमाचल विधानसभा का पहला बाल सत्र 12 जून को, सुंदरनगर की जान्हवी होगी बाल मुख्यमंत्री

punjabkesari.in Saturday, Jun 10, 2023 - 07:52 PM (IST)

शिमला (कुलदीप): हिमाचल प्रदेश विधानसभा का पहला बाल सत्र 12 जून को होगा, जिसके लिए सुंदरनगर से संबंध रखने वाली जान्हवी का चयन बाल मुख्यमंत्री के रूप में किया गया है। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह बाल सत्र के विशिष्ट अतिथि होंगे। वह सुबह 11 बजे विधानसभा पहुंचेंगे, जिसके बाद सदन की कार्यवाही आरंभ होगी। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह इस मौके पर मुख्यातिथि होंगे। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने यह जानकारी पत्रकार वार्ता में दी। 

देश के विभिन्न भागों से 1108 बच्चों ने करवाया था पंजीकरण
बाल सत्र का आयोजन श्रम निषेध दिवस के अवसर पर किया जा रहा है। कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि बाल सत्र के लिए देश के विभिन्न भागों से 1108 बच्चों ने अपना पंजीकरण करवाया, जिसमें से 68 बाल विधायक चुने गए। इसमें 63 बच्चे हिमाचल प्रदेश की 43 विधानसभा क्षेत्रों से संबंध रखते हैं तथा क्रमश: 1-1 बच्चे का चयन उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड, राजस्थान व  जम्मू-कश्मीर से किया गया है। पंजाब, असम, गुजरात और दिल्ली के बच्चों ने भी अपना पंजीकरण करवाया था लेकिन इसके लिए उनका चयन नहीं हो पाया। चयनित बाल विधायकों में 40 लड़कियां और 28 लड़के शामिल हैं। बाल मुख्यमंत्री जान्हवी की तरफ से मंत्रिमंडल का चयन किया जाएगा तथा नेता प्रतिपक्ष व विधानसभा अध्यक्ष सहित अन्य पदों के लिए भी चयन की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। बाल सत्र से पहले विधानसभा परिसर में रिहर्सल होगी।

बाल सत्र की कार्यसूची

  • बाल सत्र का शुभारंभ सुबह 10.30 बजे।
  • राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह का आगमन 11 बजे।
  • प्रश्नकाल के लिए 30 मिनट का समय आबंटित।
  • शून्यकाल के लिए 30 मिनट का समय आबंटित।
  • सत्र का समापन दोहपर 2.30 बजे।

आईपीएस बनना चाहती है पहली बाल मुख्यमंत्री
बाल विधानसभा के लिए चुनी गई पहली बाल मुख्यमंत्री जान्हवी का कहना है कि वह निकट भविष्य में राजनीति में आने की बजाय आईपीएस अधिकारी बनकर देश की सेवा करना चाहती है। उन्होंने कहा कि बाल मुख्यमंत्री के रूप में उनकी पहली प्राथमिकता स्वास्थ्य एवं शिक्षा रहेगी।

स्कूल के कई शिक्षक नहीं जानते सैंपलिंग, अस्पतालों में खाने पड़ते हैं धक्के
बाल मुख्यमंत्री के रूप में चयनित जान्हवी का कहना है कि स्कूल के कई शिक्षक सैंपलिंग तक नहीं जानते। ऐसे में शिक्षकों का चयन करने के बाद उनका 2 से 3 वर्ष तक प्रशिक्षण होना चाहिए। जहां तक अस्पतालों का सवाल है तो वहां पर धक्के खाने पड़ते हैं। उपचार के लिए अस्पताल पहुंचने वालों को लंबी लाइन में लगे रहना पड़ता है। ऐसे में समय पर उपचार नहीं मिलने से उनकी परेशानी अधिक बढ़ जाती है। 

विधानसभा में शून्यकाल की व्यवस्था करने का मामला विचाराधीन
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया ने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा की सामान्य तौर पर होने वाली कार्यवाही में शून्यकाल की व्यवस्था करने का मामला विचाराधीन है। उन्होंने कहा कि शून्यकाल एक तरह से प्वाइंट ऑफ ऑर्डर जैसी व्यवस्था है, जिसके लिए समय का निर्धारण करने सहित इससे जुड़े विषयों पर अभी विचार किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, मंत्री व विधायक जाएंगे मुंबई 
14 से 18 जून तक मुम्बई में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय विधायक सम्मेलन में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह, विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया, प्रदेश सरकार के कुछ मंत्री व करीब 40 विधायक भाग लेंगे। इस सम्मेलन में देश भर से करीब 3 हजार विधायक भाग लेंगे।

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Content Writer

Vijay

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