शहीद दीपराज ठाकुर के बलिदान को भूली सरकार, 30 वर्षों से न्याय के लिए भटक रहा परिवार (Video)

Sunday, Oct 13, 2019 - 05:12 PM (IST)

सुंदरनगर (नितेश सैनी): मंडी जिला के बल्ह उपमंडल की हल्यातर पंचायत के सरूआ गांव के शहीद हुए दीपराज ठाकुर की शहादत को प्रदेश सरकार भले ही भूल चुकी है लेकिन दीपराज ठाकुर की कुर्बानी आज भी मंडी जिला की जनता के दिल में है। राज्य और केंद्र सरकार की ओर से दीपराज ठाकुर के परिवार को ना तो 30 साल बीत जाने के बाद किसी सदस्य को नौकरी मिली है और न ही सरकारी तौर पर आर्थिक मदद आज तक केंद्र और राज्य सरकार की ओर से प्राप्त हुई है। इस बात को लेकर शहीद दीपराज ठाकुर के परिवार और पंचायत की जनता को गहरा मलाल है।

दीपराज ठाकुर की पत्नी शारदा देवी, भाई परस राम व ग्राम पंचायत के प्रधान रोशन लाल ठाकुर समेत अन्य ग्राम सुधार सभा समिति के सदस्य और समाजसेवी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह किया है कि वह शहीद दीपराज ठाकुर के परिवार के सदस्य को नौकरी प्रदान करने में पहल करें और दूसरी ओर 30 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद आज दिन तक जो भी वित्तीय लाभ दीपराज ठाकुर के परिवार को मिलने हैं, उन्हें दिलवाने में मदद करें।

शहीद दीपराज ठाकुर की पत्नी और भाई ने कहा कि वे पिछले तकरीबन 30 वर्षों से शासन-प्रशासन और विभागीय अधिकारियों के कार्यालय में जाकर थक चुके हैं लेकिन कोई भी उनकी सुनवाई करता नजर नहीं आया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 1991 में दीपराज ठाकुर आसाम के भूटान में एटीपीएफ बॉर्डर में आतंकवादियों से हुई मुठभेड़ में बम ब्लास्ट के दौरान अपने 4 अन्य साथियों के साथ शहीद हो गए थे लेकिन विडंबना यह है कि संबंधित राज्यों की सरकारों ने उक्त 4 अन्य शहीदों के परिजनों को सरकारी नौकरी प्रदान करने के साथ-साथ आर्थिक मदद, पैंशन व वेतन मुहैया करवाया लेकिन एकमात्र शहीद दीपराज ठाकुर के परिवार को ही हिमाचल सरकार न तो शहीद का दर्जा दे पाई है और न ही उनके परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी दे पाई है और न ही वेतन, पैंशन और अन्य वित्तीय लाभ दिए हैं।

शहीद दीपराज ठाकुर के भाई का कहना है कि वे हिमाचल सरकार से लेकर केंद्र सरकार तक और संबंधित राज्य की आसाम सरकार तक के मुख्य सचिव, राज्यपाल और देश के प्रधानमंत्री, गृह मंत्री व संबंधित राज्य के मुख्यमंत्री सहित अन्य कई मंत्रियों से इस मसले में पैरवी करने और विधवा शारदा देवी को न्याय दिलवाने के लिए बार-बार आग्रह कर चुके हैं लेकिन पिछले 30 वर्षों के इस लंबे सफरनामे में परस राम और शहीद दीपराज की विधवा शारदा देवी को न्याय नहीं मिला है।

वहीं दूसरी ओर ग्राम पंचायत प्रधान रोशन लाल ठाकुर का कहना है कि पंचायत के माध्यम से भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को पत्र लिखेंगे और शहीद दीपराज ठाकुर को शहीद का दर्जा दिलवाने से लेकर उसके घर तक पक्की सड़क का निर्माण करने और शहीद के नाम पर क्षेत्र में पार्क स्थापित करने की मांग की जाएगी और जो इस परिवार के सदस्य को सरकार की ओर से मदद नहीं मिली है और परिवार के सदस्य को नौकरी नहीं मिली है। उसके लिए हर मोर्चे पर जाएंगे।

Vijay