फेल हुए प्रशासन के दावे, बर्फबारी के तीन दिन बाद भी पटरी पर नहीं लौटी व्यवस्था, थमे पहिए

Friday, Jan 10, 2020 - 12:45 PM (IST)

शिमला (योगराज) : बर्फबारी के बाद तीसरे दिन भी राजधानी शिमला में व्यवस्था पटरी पर नहीं लौट पाई है। जिला प्रशासन के सड़कों के खोलने के दावे झूठे साबित हो गए हैं। जिला उपायुक्त ने बीते कल ही सड़कें खोलने के दावे किए थे लेकिन सड़कें आज भी बंद है बसें चल नहीं पाई है। छोटी गाड़िया ही सड़कों पर लोग रिस्क लेकर चला रहे हैं। शिमला मंडी राष्ट्रीय उच्च मार्ग भी पूरी तरह बहाल नही हो पाया है। ढेंढा से हीरा नगर के बीच बर्फ़ जमने से फ़िसलन बढ़ गई है। 

परिणामस्वरूप यहां लंबा जाम लग गया है। ऊपरी शिमला में तो स्थिति ओर ज्यादा बद्दतर है। जहां सड़कों सहित पानी का संकट व बिजली गुल है। प्रशासन ने मुख्यमंत्री आवास से अनाडेल सड़क को खोलने में तो मुस्तेदी दिखाई क्योंकि मुख्यमंत्री को कांगड़ा दौरा था लेकिन शिमला के आम लोगों के लिए सड़कें अभी भी बंद है।यंहा तक की कुछ आपातकालिन एम्बुलेंस रोड़ भी बंद है और लोगों को एम्बुलेंस नहीं मिल रही है।लोग खुद अपनी गाड़ी में मरीजों को अस्पताल पहुंचा रहे हैं। शिमला में हर साल बर्फबारी होती है लेकिन इस प्रशासन ने बर्फबारी के आगे अपने घुटने टेक दिए हैं और लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही हैं। हालांकि बर्फबारी पिछले सालों की तुलना में ज्यादा नहीं है।

शिमला में खलीनी बायपास में भी फ़िसलन के चलते गाड़ियां फंसी हुई है। टॉलेण्ड, बेमलोई व होटल हॉलिडे होम के पास भी यही स्थिति है। संजौली सड़क पहले ही बहुत खराब है। पैदल रास्तों की हालत तो ओर भो अधिक खस्ता है। भले ही शिमला में धूप खिली है बाबजूद इसके ज़िंदगी ठहर सी गई है। कर्मचारियों को आज भी पैदल ही अपने कार्यस्थलों तक जाना पड़ा। पीडब्ल्यू विभाग ने अपने हाथ खड़े कर दिए गए है। दो दिनों से विभाग शिमला मंडी एनएच को बहाल नही कर पाया है। सड़कों में जिस तरह से युद्ध स्तर पर काम होना चाहिए वह कंही नज़र नही आ रहा है। सिर्फ कालका शिमला एनएच ही बहाल हो पाया है उसमें भी जाम लगा है। प्रदेश के अन्य जिलों में भी हालात बेहद खराब है।सैंकड़ों सड़कें अभी भी बर्फबारी के बाद बंद है। लोगों बिजली पानी के संकट के साथ कड़ाके की ठंड से जूझ रहे हैं।

Edited By

Simpy Khanna