गेयटी थिएटर में लगी प्रदर्शनी, कैदियों के उत्पादों के मुरीद हुए शिमला के लोग

Saturday, Jul 20, 2019 - 08:40 PM (IST)

शिमला: प्रदेश की जेलों में बंद कैदियों को समाज से जोडऩे के लिए विभाग द्वारा शुरू की गई कोशिश (हर हाथ को काम की पहल) देश के अन्य राज्यों के लिए एक मिसाल बनी हुई है। प्रदेश की विभिन्न जेलों में सजा काट रहे कैदियों के अंदर उनकी कला को तराश कर उसे उजागर करने के लिए हिमाचल प्रदेश कारागार विभाग लगातार काम कर रहा है। इसी कड़ी में शनिवार को शिमला में कैदियों द्वारा जेल में तैयार किए गए उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए विभाग ने 3 दिवसीय प्रदर्शनी लगाई है।

गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने किया प्रर्दशनी का शुभारंभ

जिला एवं मुक्त कारागार चम्बा, जिला एवं मुक्त कारागार धर्मशाला, आदर्श केंद्रीय कारागार नाहन, आदर्श केंद्रीय कारागार कंडा जेलों में रह रहे कैदियों द्वारा बनाए गए उत्पाद प्रदर्शनी में लगाए गए हैं। प्रदर्शनी का शुभारंभ अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह विभाग मनोज कुमार द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि जेल विभाग द्वारा कैदियों के उत्थान के लिए सराहनीय कार्य किए जा रहे हैं। प्रदेश की विभिन्न जेलों में कैदियों द्वारा विभिन्न तरह के उत्पाद तैयार किए जा रहे हैं और इसके  माध्यम से उनकी अच्छी कमाई भी हो रही है। इसके द्वारा कैदियों के आत्मविश्वास में भी वृद्धि हो रही है और उन्हें अपनी छुपी हुई प्रतिभा को दिखाने का भी मौका मिल रहा है। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से उन्हें समाज की मुख्य धारा के साथ जोड़ने का भी प्रयास किया जा रहा है। प्रदर्शनी का मकसद कैदियों को रोजगार देना है ताकि वे सजा पूरी होने पर अपने आप को समाज में फि र से पुनस्र्थापित कर सकें।

क्या बोले डी.जी.पी. जेल सोमेश गोयल

महानिदेशक कारागार एवं जेल सुधार निदेशालय हिमाचल प्रदेश सोमेश गोयल ने बताया कि जेल विभाग का हमेशा से यह प्रयास रहा है कि प्रदेश की विभिन्न जेलों में बंद कैदियों के उत्थान के लिए कार्य किए जाएं और इसी उद्देश्य से प्रदेश की विभिन्न जेलों में बंद कैदियों को विभिन्न तरह के उत्पादों को तैयार करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रदर्शनी में सभी जिलों की जेलों में तैयार किए गए विभिन्न प्रकार के बेकरी बिस्किट, चॉकलेट, बादाम, वुड व लोहे का फ र्नीचर, कपड़े, सदरी, मॉडल किचन सैट, महाराजा सोफ ा सहित कई वैरायटी लगाई गई हैं।

Vijay