2 माह बाद भी पर्यटकों में कायम है 12 जुलाई का डर
punjabkesari.in Sunday, Sep 12, 2021 - 10:50 AM (IST)

धर्मशाला (तनुज) : धौलाधार की तलहटी में बसे पर्यटन नगरी में 12 जुलाई को भारी बारिश के बाद नाले के पानी ने मचाई तबाही का डर अभी भी बाहरी राज्यों के पर्यटकों में बैठा हुआ है। भारी बारिश के बाद नाले को से निकल कर सड़क पर बहते पानी ने पर्यटन कारोबार को 2 माह बाद भी पटरी पर उतरने नहीं दिया है। शनिवार को भी मैक्लोडग़ंज-धर्मशाला में पर्यटकों की चहलकदमी अधिक नहीं दिखी है। इस वीकेंड पर भी करीब 10 प्रतिशत ही कमरों की बुकिंग हुई। इतना ही नहीं पर्यटन कारोबार पर असर इस तरह से पड़ा है कि लीज पर चल रहे होटलों को संचालकों ने फिलहाल बंद रखा है। होटल कारोबार से जुड़े लोगों को भी आर्थिक तौर पर काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है।
वहीं, मैक्लोडग़ंज होटलियर्स द्वारा पर्यटकों को यहां बुलाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया जा रहा है। जिसमें वह मैक्लोडग़ंज के सुहावने मौसम के वीडियो बनाकर लोगों को यहां के सामान्य हालातों से रू-ब-रू करवाते हुए अपलोड कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पहले कोविड-19 के चलते लगे कफ्र्यू के चलते होटलियर्स परेशान हुए थे। कोरोना नियमों की सख्तियों में ढीलाई मिलने के बाद कारोबार अभी पटरी पर लौटना शुरू ही हुआ था कि 12 जुलाई को पहाड़ों की तेज बारिश के बाद उफान पर आए नालों-खड्डों ने पर्यटकों को डरा कर दिया। वहीं, प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर हाल ही में हुए भू-स्खलनों से लोगों की जानें भी गई हैं। यह वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल होने के चलते अब पर्यटक फिलहाल हिमाचल का रूख करने से कतरा रहे हैं। उधर, होटल एडं रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्वनी बांबा ने बताया कि इस वीकेंड पर भी पर्यटकों ने यहां का रूख नहीं किया है। होटलों में केवल 10 प्रतिशत ही कमरे बुक हुए हैं। इतना ही नहीं कुछ लीज पर चल रहे होटलों को संचालकों ने बंद कर दिया है।
होटल स्टाफ को रोजगार की चिंता
पर्यटकों के पर्यटन नगरी की तरफ रूख न करने के चलते अब होटलों में कार्यरत्त कर्मचारियों को रोजगार की चिंता सता रही है। कोविड कफ्र्यू से लेकर अभी तक पूरे स्टाफ को होटलों में नहीं बुलाया जा रहा है। होटलों में केवल से 3 कर्मचारियों को ही रखा गया है। ऐसे में होटलों में कार्य करने वालों को अपने परिवार के भरण-पोषण को लेकर चिंता सता रही है।