अगले शैक्षणिक सत्र में 36 स्कूलों में शुरू होंगी इंग्लिश लैंग्वेज लैब

Sunday, Oct 27, 2019 - 09:49 AM (IST)

शिमला (प्रीति): शिक्षा विभाग अगले शैक्षणिक सत्र में 36 स्कूलों में इंग्लिश लैंग्वेज लैब शुरू करने जा रहा है। इससे पूर्व विभाग ने पहले चरण में बीते मार्च माह में शिमला, चम्बा, मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, कांगड़ा, किन्नौर व सोलन जिला के स्कूलों में छात्रों का भाषा ज्ञान बेहतर करने के लिए ये लैब खोली थीं। इसके बाद अब विभाग दूसरे चरण के तहत ये लैब खोलने की तैयारी कर रहा है। इन लैब में छात्रों को वीडियो के जरिए पढ़ाई करवाई जाएगी। वे इससे लर्निंग, रीडिंग, राइटिंग व स्पीकिंग सीखेंगे। इसके साथ ही छात्र कम्प्यूटर आधारित विभिन्न प्रकार की गतिविधियों और अभ्यासों के साथ अंग्रेजी भाषा में दक्षता भी प्राप्त कर सकेंगे। विभाग ये लैब उन स्कूलों में ही शुरू करेगा, जहां आई.सी.टी. के तहत वोकेशनल शिक्षा दी जा रही है। 

विभाग ने इन स्कूलों में शुरू की है लैंग्वेज लैब

इस साल शिक्षा विभाग ने बिलासपुर के दसलेहरा स्कूल, घुमारवीं व बांदला, चम्बा के भरमौर स्कूल, हिमगिरि व किहार, हमीरपुर जिला के बड़सर, बीड़ बगेहड़ा व हमीरपुर ब्वायज स्कूल, कांगड़ा जिला के जसूर, ज्वालामुखी, रैहन, दैहन, द्रंग व जमानाबाद, किन्नौर जिला के ऊरनी, कुल्लू के मौहल, फोजल व लुहरी, मंडी जिला के करसोग, बागा छोनोगी, भंगरोटू व गाड़ागुशैण स्कूल, जिला शिमला के लालपानी स्कूल, क्यार कोटी, केलवी व बालूगंज, सिरमौर जिला के मांगीनंद व बकरास, सोलन जिला के बथालंग, भोजनगर व सायरी, ऊना जिला के बधेरा स्कूल, अंदौरा व कुठारकलां स्कूल में ये लैब शुरू की गई हैं।

सी.ई.एफ.आर. पर आधारित है लैंग्वेज लैब 

ये लैंग्वेज लैब कॉमन यूरोपियन फ्रेमवर्क ऑफ रैफ्रैंसिस  (सी.ई.एफ.आर.) पर आधारित है। इसमें 7 स्तर हैं, जिनमें से 3 स्तर लॉग-इन के रहेंगे। इसके लिए स्कूल के प्रधानाचार्यों, शिक्षकों व छात्रों को अलग-अलग पासवर्ड दिए गए हैं ताकि छात्रों की परफॉर्मैंस को कहीं से भी जांचा जा सके। इसके साथ ही सॉफ्टवेयर के माध्यम से शिक्षक कक्षा की गतिविधि दूर से भी जान सकता है। इसकेे  लिए छात्रों को अध्याय पुस्तिका भी दी गई है। इसके अलावा इस लैब के माध्यम से छात्रों को कैसे पढ़ाया जाएगा, इस संबंध में शिक्षकों को प्रशिक्षण भी दिया गया है। इसके साथ ही इस संबंध में शिक्षकों को वीडियो भी उपलब्ध करवाई गई है।

Ekta