EVM से पंचायत चुनाव करवाने की संभावनाएं तलाश रहा निर्वाचन आयोग

Wednesday, Nov 13, 2019 - 10:11 AM (IST)

शिमला (देवेंद्र हेटा): सांसद व विधायक की तर्ज पर जिला परिषद, प्रधान, उपप्रधान, पंचायत समिति सदस्य और वार्ड मैंबर का चुनाव भी जल्द इलैक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ई.वी.एम.) से किया जा सकेगा। राज्य का निर्वाचन आयोग पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव ई.वी.एम. से करवाने की संभावनाएं तलाश रहा है। इस प्रस्ताव पर आयोग कई बार चर्चा कर चुका है। हालांकि ई.वी.एम. की खरीद पर अधिक व्यय को देखते हुए आयोग अब तक इस प्रस्ताव को अमलीजामा नहीं पहना पाया है। इसे धरातल पर उतारने के लिए आयोग जल्द ही राज्य सरकार से मशीनों की खरीद के लिए बजट देने का मामला उठाएगा ताकि निकट भविष्य में लोकसभा व विधानसभा की तर्ज पर पंचायत चुनाव भी ई.वी.एम. से करवाए जा सकें।

सूत्रों की मानें तो पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव के लिए ई.वी.एम. बनाने को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग एक कंपनी से भी बातचीत कर चुका है। अब मामला बजट के कारण अटका हुआ है। शहरी नगर निकाय (यू.एल.बी.) में ई.वी.एम. से चुनाव करवाने के लिए निर्वाचन आयोग 200 से ज्यादा मशीनें पहले ही खरीद चुका है, अब पंचायतों के लिए चुनाव के लिए मशीनें खरीदने को लेकर चर्चा चल रही है। निर्वाचन आयोग ने यू.एल.बी. के चुनाव ई.वी.एम. से करवाने शुरू कर दिए हैं।

हिमाचल को 12 हजार से अधिक ई.वी.एम. की जरूरत

हिमाचल में 3226 ग्राम पंचायते हैं। इनमें चुनाव संपन्न करवाने के लिए 12 हजार से अधिक मतदान केंद्र स्थापित किए जाते हैं। लिहाजा निर्वाचन आयोग को ई.वी.एम. भी 12 हजार से अधिक खरीदनी होंगी, क्योंकि कुछेक मशीनें रिजर्व में रखनी जरूरी होती हैं। इसके लिए सरकार से करोड़ों का बजट वांछित है। बताया जा रहा है कि देश में दो-तीन राज्यों ने ई.वी.एम. से पंचायत चुनाव करवाने शुरू कर दिए हैं।

अब 5 बटन दबाकर होगा मतदान

वर्तमान में पंचायतीराज संस्थाओं के चुनाव पुरानी पद्धति यानी बैलेट पेपर से करवाए जाते हैं। प्रत्येक मतदाता अपने पांच वोट जिला परिषद, प्रधान, उपप्रधान, पंचायत समिति सदस्य और वार्ड मैंबर को देता है। वोट देने से पहले प्रत्येक मतादाता को पांच बैलेट पेपर दिए जाते हैं लेकिन ई.वी.एम. में चुनाव शुरू होने के बाद प्रत्येक मतदाता एक ही मशीन में पांच अलग-अलग बटन दबाकर अपना वोट दे पाएंगे।

Edited By

Simpy Khanna