चुनाव आयोग ने बर्फबारी के कारण बंद सड़कें नामांकन से पहले खोलने के दिए निर्देश

Monday, Apr 01, 2019 - 05:52 PM (IST)

शिमला (देवेंद्र हेटा): चुनाव आयोग ने प्रदेश में भारी बर्फबारी के कारण बंद पड़ी सभी सड़कों को नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से पहले बहाल करने के निर्देश दिए हैं। निर्वाचन आयोग ने बी.आर.ओ. के साथ बैठक करके लाहौल-स्पीति और किन्नौर के बर्फबारी की वजह से दुनिया से कटे हुए इलाकों को सड़क कनैक्टिविटी से जोड़ने को कहा है। आयोग का दावा है कि लाहौल के गुलाबा तक सडक़ खोल दी गई हैं। चुनाव आयोग ने पी.डब्ल्यू.डी. को भी पांगी घाटी की बंद सडक़ों से जल्द बर्फ हटाने के निर्देश दिए हैं। पी.डब्ल्यू.डी. ने भी अप्रैल के दूसरे सप्ताह तक सभी सडक़ें खोल देने का भरोसा दिया है। उल्लेखनीय है कि लाहौल-स्पीति, किन्नौर व पांगी के ऊंचे क्षेत्रों में इस बार भारी हिमपात दर्ज किया गया है। इससे इन जिला के सैकड़ों गांव का अभी भी शेष दुनिया से संपर्क कटा हुआ है। प्रदेश में 19 मई को होने वाले चुनाव के दृष्टिगत आयोग ने जल्द सभी प्रमुख सड़कों को बहाल करने के निर्देश दिए हैं, ताकि प्रत्येक मतदाता लोकतंत्र के इस महाकुंभ में अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकें।

जरूरत पड़ी तो होगा हैलीकॉप्टर का इस्तेमाल

चुनाव आयोग का दावा है कि यदि जरूरत पड़ी तो इस बार मतदान के लिए स्टेट हैलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया जाएगा। हैलीकॉप्टर का प्रयोग पोलिंग पार्टियों को मतदान केंद्रों तक पहुंचाने व वापस लाने तथा मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक लाने व ले जाने के लिए किया जा सकता है। इसी तरह मतदाताओं की सुविधा के लिए रोहतांग टनल का भी इस्तेमाल किया जाएगा। इसे लेकर आयोग बी.आर.ओ. से बात कर चुका है।

ग्रामीण रास्तों को बहाल करने के लिए एक.एक लाख की राशि की जारी

चुनाव आयोग के आदेशों पर राज्य सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में बर्फबारी के कारण बंद पड़े रास्तों को बहाल करने के लिए तकरीबन एक-एक लाख की राशि जारी की है, चूंकि लाहौल-स्पीति, किन्नौर, चम्बा व शिमला जिला के दुर्गम क्षेत्र में सैकड़ों गांव को जोड़ने वाले रास्ते बर्फबारी के कारण बंद पड़े हुए हैं। आयोग ने ऐसे रास्तों को प्राथमिकता के आधार पर खोलने के निर्देश दिए हैं, ताकि पोलिंग पार्टियों और मतदाताओं को मतदान केंद्रों तक पहुंचाया जा सके।

बी.आर.ओ. को सड़कें बहाल करने के दिए गए निर्देश

बर्फबारी के कारण बंद पड़ी सभी सडक़ों व रास्तों को खोलने के निर्देश दे दिए गए हैं। इसे लेकर बी.आर.ओ. और पी.डब्ल्यू.डी. के साथ बैठक की की चुकी हैं। रूरल पाथ खोलने के लिए तकरीबन एक-एक लाख रुपए की राशि जारी की गई है।

Ekta