शिक्षा मंत्री बोले-आवश्यकता पड़ी तो आगे भी बंद किए जा सकते हैं स्कूल

punjabkesari.in Tuesday, Jun 02, 2020 - 06:56 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): शिक्षा, विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश में विद्यार्थियों को कोविड-19 के संक्रमण से बचाने के लिए शैक्षणिक कार्यों के विभिन्न विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारी व निजी स्कूलों द्वारा ऑनलाइन शिक्षण प्रक्रिया इस कड़ी में शामिल है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा 15 जून तक स्कूलों को बंद रखने का निर्णय लिया गया है और यदि आवश्यकता पड़ी तो ये आगे भी बंद किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि 10वीं कक्षा का परिणाम जल्द निकाला जाएगा। जमा दो कक्षा का जो पेपर बचा है, उसको भी जल्द लिया जाएगा तथा जमा दो का परिणाम भी जून माह के अंत तक निकाला जाएगा।

उन्होंने कहा कि अनलॉक के तीसरे चरण में स्कूलों को खोलने की स्थिति पर हितधारकों से बातचीत करनी आवश्यक है, जिसके तहत निजी विद्यालयों के प्रबंधक, निजी विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर, अभिभावकों व आम लोगों से बातचीत कर राय ली जाएगी। उन्होंने कहा कि विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्यों, अध्यापकों, अध्यापक यूनियन तथा अभिभावकों आदि से वीडियो कॉन्फ्रैं सिंग के माध्यम से इस संबंध में बातचीत का प्रयास किया जाएगा।

सैक्शन वाइज कक्षाएं आरंभ करने व वैकल्पिक दिनों पर अलग-अलग कक्षाएं लगाने पर भी शिक्षा मंत्री ने कहा है कि कोरोना संक्रमण का प्रकोप कम होगा तभी स्कूल में विद्यार्थी आने में सक्षम होंगे और पढ़ाई आरंभ की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में यदि कोई तबदीली करनी पड़ी तो सरकार इस पर विचार कर सकती है। इसके तहत सैक्शन वाइज कक्षाएं आरंभ करने अथवा वैकल्पिक दिनों पर अलग-अलग कक्षाएं लगाने पर भी विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि आवश्यकता हुई तो एलीमैंटरी या सैकें डरी बोर्ड स्तर की कक्षाएं ही आयोजित करवाई जाएंगी।

उन्होंने कहा कि महाविद्यालय व विश्वविद्यालय की परीक्षाएं आरंभ होने वाली हैं, जिसकी सूची यूनिवर्सिटी द्वारा तैयार की जा रही है। उधर, निजी विश्वविद्यालय इस दौरान ऑनलाइन परीक्षा लेने पर भी विचार कर रहे हैं। मामले पर सरकार से चर्चा करने के बाद ही निजी विवि इस ओर आगे की कार्रवाई करेंगे।


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Vijay

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