हिमाचल में बनेगा संस्कृत विश्वविद्यालय, सरकार कर रही विचार

Friday, Jun 14, 2019 - 07:34 PM (IST)

शिमला (तिलक राज): हिमाचल प्रदेश में संस्कृत विश्वविद्यालय बनाने को लेकर सरकार गम्भीर है और इसे लेकर सरकार द्वारा जगह और वित्तीय व्यवस्था पर विचार किया जा रहा है। यह बात शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थिएटर में चल रहे पुस्तक मेले में द्वितीय राजभाषा संस्कृत समारोह के दौरान शिक्षा मंत्री ने कही। इस मौके पर पूर्व सांसद शांता कुमार ने भी शिरकत की। समारोह में भाषा के रूप में संस्कृत के महत्व और राष्ट्र के योगदान में संस्कृत के महत्व पर चर्चा की गई। विद्वानों ने बताया कि संस्कृत कम्प्यूटर, विज्ञान और नए प्रयोगों के लिए भी बेहतरीन भाषा है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षा के लिए देशभर में अंगे्रजी, हिंदी और एक प्रांतीय भाषा का प्रावधान है जबकि हिमाचल प्रदेश में संस्कृत द्वितीय भाषा है।

संस्कृत को अनिवार्य भाषा के रूप में पढ़ाने का होगा प्रयास

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जल्द ही संस्कृत भाषा को अनिवार्य भाषा के रूप में पढ़ाए जाने के प्रयास करेगी। स्कूलों, शिक्षण संस्थानों में इसे अनिवार्य भाषा के तौर कैसे पढ़ाया जाए इस पर सरकार चर्चा कर रही है। धर्मशाला में शिक्षा बोर्ड के साथ इसे लेकर बैठक रखी गई है। शिक्षा विभाग की रिव्यू बैठक में भी इस पर चर्चा की गई है। संस्कृत विषय को लेकर स्कूलों व कॉलेजों में एनरोलमैंट बहुत कम है। इसलिए द्वितीय भाषा का दर्जा दिया है लेकिन इसे किताबों तक सीमित न रख कर इसका बढिय़ा उपयोग किया जाए, इस पर सरकार प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि संस्कृत का प्रचार-प्रसार तब तक नहीं हो सकेगा जब तक संस्कृत प्रेमी आगे आकर इसमें पहल नही करेंगे।

Vijay