शिक्षा विभाग ने छात्रवृत्ति के लिए शिक्षण संस्थानों से मांगा छात्रों की हाजिरी का ब्यौरा

Sunday, May 26, 2019 - 09:33 AM (IST)

शिमला (प्रीति): शिक्षा विभाग ने वर्ष 2018-19 की छात्रवृत्ति जारी करने से पहले शिक्षण संस्थानों से पात्र छात्रों की हाजिरी का ब्यौरा मांगा है। हाजिरी का यह ब्यौरा क्रॉस चैक करने के बाद ही शिक्षा विभाग एस.सी., एस.टी. व ओ.बी.सी. प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना के तहत छात्रों को राशि जारी करेगा। इसके साथ ही विभाग ने शिक्षण संस्थानों के प्रधानाचार्यों को सैमेस्टर वाइज छात्रों का पूरा रिकार्ड वैरीफाई कर, इसमें शिक्षण संस्थानों की मोहर लगाने को भी कहा है। इसमें उन छात्रों की सूची भी शामिल करने को कहा गया है, जिन्होंने एस.सी., एस.टी. व ओ.बी.सी. प्री-मैट्रिक छात्रवृृत्ति योजना के लिए आवेदन किया है। विभाग ने शिक्षण संस्थानों को हर छात्र के रिकार्ड की हार्ड कॉपी निदेशालय भेजने को कहा है। गौर हो कि उक्त छात्रवृत्ति योजना में करोड़ों रुपए का घोटाला सामने आने के बाद विभाग ने ये नई व्यवस्थाएं की हैं।  

स्टैंडर्ड ऑप्रेटिंग सिस्टम में शिक्षण संस्थानों की रजिस्ट्रेशन अनिवार्य 

शिक्षा विभाग ने इसके लिए स्टैंडर्ड ऑप्रेटिंग सिस्टम तैयार कर लिया है। इस दौरान विभाग ने इस पोर्टल में शिक्षण संस्थानों की रजिस्ट्रेशन अनिवार्य की है। उन्हीं शिक्षण संस्थानों के छात्रों को यह छात्रवृत्ति दी जाएगी, जिन्होंने इसमें अपनी रजिस्ट्रेशन करवाई होगी। इस सिस्टम के तहत छात्रवृत्ति आबंटन के सभी कार्य ऑनलाइन होंगे। इसमें छात्रों के आवेदन से लेकर उनका रिकॉर्ड सहित ब्यौरा, छात्रवृत्ति की राशि जारी करने तक का सभी रिकार्ड होगा। इस दौरान यदि गड़बड़ी पाई जाती है तो विभाग इस सिस्टम से छात्रों का रिकार्ड चैक कर सकता है। विभाग के 2 अधिकारियों की निगरानी में यह सिस्टम कार्य करेगा। विभाग ने इसकी जिम्मेदारी अधिकारियों को सौंप दी है। गौर हो कि वर्ष 2017-18 के लिए उक्त योजना के तहत 25,000 छात्रों नेे ही आवेदन किया है।

Ekta