शिक्षा बोर्ड ने लिया फैसला, उड़न दस्तों में शामिल नहीं होंगे स्कूल प्रधानाचार्य

Friday, Nov 15, 2019 - 03:57 PM (IST)

शिमला (प्रीति): बोर्ड परीक्षाओं के निरीक्षण के लिए बनने वाले उड़न दस्तों में इस बार स्कूल प्रधानाचार्य को शामिल नहीं किया जाएगा। ऐसा फैसला स्कूल शिक्षा बोर्ड ने लिया है। बोर्ड का मानना है कि उड़नदस्तों में स्कूल के प्रधानाचार्य को शामिल करने से स्कूल में काम-काज प्रभावित होता है। स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष सुरेश सोनी का कहना है कि पिछली बार उड़न दस्तोंं की टीमों में स्कूलों के प्रधानाचार्य शामिल किए गए थे, जिससे स्कूलों के दर्जनों कार्य प्रभावित हुआ था।

उनका कहना है कि इस दौरान स्कूलों में बोर्ड परीक्षाएं होती हैं, ऐसे में स्कूल के मुखिया का स्कूल में होना अनिवार्य है। इसी के चलते इस बार बोर्ड इन निरीक्षण टीम में स्कूल प्रधानाचार्यों की डयूटी नहीं लगायेगा। उन्होंने बताया कि इस बार महिला शिक्षकों के ज्यादा से ज्यादा परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। पिछली बार बोर्ड परीक्षाओं में 45 महिला परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जिनमें बेहतरीन कार्य हुए हैं। यहां एक भी मामला नकल का नहीं आया है। इसको देखते हुए बोर्ड ने इस बार महिला शिक्षकों के परीक्षा केंद्रों को बढ़ाने का फैसला लिया है।

जिला प्रशासन के अधिकारियों सहित जिला उपनिदेशकों की बनेगी निरीक्षण टीमें इस बार भी बोर्ड जिला प्रशासन के अधिकारियों सहित जिला उपनिदेशकों की निरिक्षण टीमें बनाने जा रहा है। इसमें स्कूल के शिक्षक, बोर्ड केअधिकारी और जिला उपनिदेशक व संबंधित क्षेत्र के एस.डी.एम भी शामिल होंगे, जो स्कूलों में जाकर चैकिंग करेंगे। पिछली बार भी बोर्ड ने इन सभी अधिकारियों को टीमों में शामिल किया था। इसके अलावा इस बार बोर्ड और अधिक परीक्षा केंद्र बनाने जा रहा है। पिछली बार 1958 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, और इसमें बोर्ड और विभाग द्वारा सी.सी.टी.वी.कैमरे भी लगाए थे।

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Simpy Khanna