विधानसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग की कसरत, पारदर्शिता को लिया यह फैसला

Thursday, Sep 07, 2017 - 07:00 PM (IST)

शिमला: हिमाचल प्रदेश में नवम्बर माह में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है। 2 दिवसीय दौरे पर शिमला पहुंची भारतीय निर्वाचन आयोग की टीम ने अधिकारियों के साथ वीरवार को पीटरहॉफ में बैठक की। इस दौरान चुनाव आयोग के वरिष्ठ उप मुख्य चुनाव आयुक्त उमेश सिन्हा ने सभी जिलों के जिला निर्वाचन अधिकारियों (जिलाधीश) व पुलिस अधीक्षकों तथ नोडल अधिकारियों को स्वतंत्र तथा निष्पक्ष चुनाव सुरक्षा संबंधी जरूरतों और तैयारियों के लिए जरूरी निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि राज्य में मतदाता सूची बनाने के लिए 16 से 30 सितम्बर तक अभियान चलेगा।

वी.वी. पैटयुक्त ई.वी.एम. का होगा इस्तेमाल
पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाएगा कि पात्र मतदाता किसी प्रकार की असुविधा के चलते मतदान से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में प्रत्येक पोलिंग स्टेशन में वी.वी. पैटयुक्त ई.वी.एम. का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए जिलों के निर्वाचन आधिकारियों को प्रशिक्षित किया गया है। राज्य में चुनाव की तिथियों संबंधी पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मौसम व अन्य परिस्थितियों को देखकर आयोग तय करेगा कि यहां चुनाव कब करवाए जाएंगे। यह प्रयास किया जाएगा कि यहां मतदाता प्रतिशतता पहले से अधिक रहे।

एक चरण में होंगे चुनाव
उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश बहुत शांत है और यहां हमेशा वोट प्रतिशतता अच्छी रही है और यह प्रयास किया जाएगा कि इस बार वोट प्रतिशतता और अधिक रहे। यहां के सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि पूरी तैयारी करें और कोई मतदाता न छूटे। उन्होंने कहा कि हिमाचल में एक चरण में चुनाव होंगे। पिछली बार हुए विधानसभा चुनाव में भी एक चरण में ही चुनाव हुए हैं। उन्होंने कहा कि मौसम की परिस्थिति के अनुसार भी आयोग चुनाव करवा सकता है। 

सोशल मीडिया से मतदाताओं तक पहुंचेगी जानकारी
उन्होंने कहा कि इस चुनाव में सोशल मीडिया का इस्तेमाल चुनाव संबंधी प्रबंधों और जानकारी आम मतदाताओं तक पहुंचाने के लिए किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान राजनीतिक दलों से नियमित संवाद रखें। उपचुनाव आयुक्त संदीप सक्सेना ने बताया कि सभी पात्र मतदाताओं की चुनाव में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश में 16 सितम्बर से 30 सितम्बर, 2017 तक विशेष मतदाता अभियान चलाया जाएगा ताकि सभी मतदाताओं के पहचान पत्र बनने सुनिश्चित हो सकें।

क्या है वी.वी. पैट युक्त ई.वी.एम.
दरअसल देश में ई.वी.एम. की विश्वसनीयता पर बहस छिड़ी हुई है। इसमें कहा जाता है कि मतदाता वोट कहीं डालता है और डलती कहीं ओर है। वी.वी. पैट युक्त ई.वी.एम. के मुताबिक मतदाता को अपने मत का सही इस्तेमाल होने की जानकारी मिलेगी। शुक्रवार को भी अधिकारियों के साथ आयोग की टीम मौजूद रहेगी। इस दौरान अधिकारियों को चुनाव के बारे और वी.वी. पैट युक्त ई.वी.एम. के बारे में जानकारी दी जाएगी। यह टे्रनिंग इसलिए दी जाएगी ताकि चुनाव के दौरान किसी प्रकार की दिक्कत सामने न आए।