पुलिस कर चुकी कई तस्कर व महिलाओं का पर्दाफाश, फिर भी नहीं थम रहा चिट्टे का कारोबार

Monday, Sep 02, 2019 - 11:34 AM (IST)

शिमला : प्रदेश की राजधानी शिमला में नशीले पदार्थों की गतिविधियां लगातार बढ़ती जा रही हैं, जिस कारण जिला में नशे का व्यापार काफी फलफूल रहा है। इसका अंदाजा पुलिस विभाग द्वारा पकड़े जा रहे नशे के तस्करों को देख कर लगाया जा सकता है। यहां पर अगर चिट्टे की बात की जाए तो चिट्टे का नशा बड़ी तेजी से फैल रहा है। यह बात स्वयं पुलिस ने भी कबूली है। अगर 8 महीनों का आंकड़ा देखा जाए तो पुलिस ने चिट्टे के 55 केस दर्ज किए हैं, वहीं चरस के 34, अफीम के 5, गांजे का 1 और भुक्की के 6 केस दर्ज किए हैं।

इन सभी केसों में पुलिस ने चरस 9 किलो, अफीम 6 किलो, गांजा 20 ग्राम व चिट्टा 1 किलो से अधिक पकड़ा है। इन सभी नशीले पदार्थों में चिट्टे की कीमत सबसे अधिक होती है। जिस प्रकार से पुलिस तस्करों को पकड़ रही है, इससे तो साफ जाहिर है कि पिछले साल की अपेक्षा जिला में चिट्टे के नशे का प्रचलन कई गुना बढ़ सकता है। इन नशे के जाल में महिलाएं भी फंसती जा रही हैं। खासकर स्कूल और कालेज जाने वाले छात्रों में नशे की प्रवृत्ति बड़ी तेजी से बढ़ रही है। हिमाचल प्रदेश सरकार भी प्रदेश को नशामुक्त करने के लिए काफी प्रयास कर रही है लेकिन नशीले पदार्थों का कारोबार अंतर्राज्यीय खतरा बन चुका है।

प्रदेश को नशामुक्त बनाने के लिए प्रदेश सरकार व पुलिस प्रशासन ही नहीं बल्कि नशा न करने वाले लोगों को भी इसमें सहयोग करना होगा, तभी युवा पीढ़ी नशे से बच सकती है। पुलिस ने नशीले पदार्थों को शिमला, ठियोग, चिडग़ांव, चौपाल, रामपुर, रोहड़ू, कुमारसैन व सुन्नी आदि में पकड़ा है। कुछ महीने पहले पुलिस ने चिट्टे के एक बड़े तस्कर को दिल्ली से पकड़ा था, जो कि विदेश का रहने वाला है। यह तस्कर हिमाचल में चिट्टे की सप्लाई करता था। यहां पर यह भी तय माना जा रहा है कि हिमाचल में चिट्टा बाहरी राज्यों से आ रहा है।

kirti