ISBT रैस्ट रूम में ठंड से बचने के लिए Hrtc के चालकों व परिचालकों को न हीटर मिला और न खाना

Friday, Jan 10, 2020 - 10:30 AM (IST)

शिमला (ब्यूरो): राजधानी शिमला में हुई भारी बर्फबारी एच.आर.टी.सी. चालकों व परिचालकों पर इस कद्र भारी पड़ी कि आई.एस.बी.टी. रैस्ट रूम में उन्हें न तो ठंड से बचने के लिए हीटर मिला और न ही खाना। चालक-परिचालक रातभर रैस्ट रूम में बिना खाना खाए ही ठंड में ठिठुरते रहे। हालांकि रैस्ट रूम में बिस्तरों की सुविधा तो थी लेकिन माइनस तापमान में वे काफी नहीं थे। जानकारी के अनुसार बुधवार को हुई बर्फबारी के कारण शिमला व अप्पर शिमला का संपर्क बाहरी राज्यों व जिलों से कट गया और सभी चालकों-परिचालकों को शिमला में ही रुकना पड़ा और सभी आई.एस.बी.टी. स्थित रैस्ट रूम में आराम करने के लिए पहुंच गए लेकिन वहां न तो हीटर की सुविधा थी और न ही पानी की, ऐसे में उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

वहीं शाम को जब चालक-परिचालक एच.आर.टी.सी. की अधिकृत कैंटीन में खाना खाने गए तो वहां कैंटीन संचालक ने खाना खिलाने से मना कर दिया है, ऐसे में कुछ चालकों-परिचालकों ने आई.एस.बी.टी. में अन्य बाहरी दुकानों पर खाना खाया, वहीं कइयों ने स्नैक्स खाकर रात काट ली। आई.एस.बी.टी. निगम प्रबंधन द्वारा अधिकृत कैंटीन में सस्ती दर पर खाना दिया जाता है लेकिन चालकों व परिचालकों का आरोप है कि आई.एस.बी.टी. स्थित कैंटीन में चालकों व परिचालकों को सही ढंग से खाना नहीं दिया जाता है। वहीं बुधवार शाम को तो हद ही हो गई, जब कैंटीन संचालक ने खाना देने से मना कर दिया। चालक हितेंद्र, राम चंद, लाल राम, राजकुमार, अमित कपूर, पुनीत व अनिल कुमार सहित विभिन्न डिपुओं के 77 चालकों ने निगम प्रबंधन से आई.एस.बी.टी. शिमला में सी.बी.ए. इंचार्ज पद पर 2 निरीक्षकों को रात्रि में नियुक्त करने की मांग की है।

 

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