करसोग में डॉक्टरों की कमी ने पकड़ा तूल, यूथ कांग्रेस ने शुरु किया क्रमिक अनशन

Monday, Sep 02, 2019 - 05:10 PM (IST)

करसोग (धर्मवीर गौतम): करसोग में डॉक्टरों की कमी का मामला तूल पकड़ गया है। सरकार की अनदेखी से नाराज यूथ कांग्रेस सोमवार से क्रमिक अनशन पर बैठ गई है। कार्यकर्ताओं ने दो टूक एलान किया है कि जब तक सरकार करसोग सिविल हॉस्पिटल में डॉक्टर नहीं भेजती है, ये अनशन तब तक जारी रहेगा। इस दौरान अस्पताल में इलाज के लिए लोगों ने भी अनशन में भाग लेते हुए सरकार के खिलाफ अपनी भड़ास निकाली। लोगों का कहना था कि डॉक्टरों की भारी कमी के कारण दूरदराज से इलाज के लिए आने वाले मरीजों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। समय पर सुविधा न मिलने के कारण लोगों को शिमला और मंडी स्थित अस्पताल में इलाज के लिए जाना पड़ रहा है। जिसमें उनका काफी पैसा और कीमती समय बर्बाद हो रहा है। ऐसे में करसोग में अस्पताल के भवन पर खर्च किए गए करोड़ों रुपये का आम जनता को कोई लाभ नहीं हो रहा है।

अब चार डॉक्टरों के सहारे पूरी व्यवस्था

करसोग में सरकार ने अस्पताल में 150 बिस्तरों की सुविधा तो दी है, लेकिन इतने बड़े अस्पताल के लिए सरकार के पास कोई डॉक्टर नहीं है। लोगों को बढ़िया इलाज की सुविधा मिले, इसके लिए सरकार ने डॉक्टरों के 16 पद स्वीकृत किए हैं, लेकिन सच्चाई ये है कि अस्पताल में सिर्फ चार ही डॉक्टर अपनी सेवाएं दे रहे हैं, वर्तमान में एक डॉक्टर मातृत्व अवकाश पर है, जबकि डॉक्टरों के 11 पद खाली चल रहे है। जिससे लोगों में सरकार के प्रति भारी रोष है। लोगों ने सरकार से जल्द से जल्द डॉक्टरों के खाली पद भरने की मांग की है। ताकि लोगों को शिमला यया मंडी जाने की समस्या से छुटकारा मिल सके।

जब तक डॉक्टर नहीं भेजे जारी रहेगा अनशन

मंडी लोक सभा युथ वाईस प्रेजिडेंट गुरबक्श ठाकुर का कहना है कि करसोग अस्पताल में डॉक्टरों की भारी कमी के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां दूरदराज के क्षेत्रों से रोजाना 300 से अधिक मरीज इलाज के लिए आते हैं, लेकिन डॉक्टरों की कमी के कारण लोगों को निराश होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक करसोग को डॉक्टर नहीं भेजे जाते हैं, यूथ कांग्रेस का क्रमिक अनशन जारी रहेगा। यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ता यहां बारी बारी बैठकर अपना अनशन जारी रखेंगे।

व्यवस्था की जा रही है: बीएमओ

बीएमओ डॉ राकेश प्रताप का कहना है कि ये सही है कि अस्पताल में डॉक्टरों की भारी कमी है। लेकिन लोगों को परेशानी न हो इसके लिए व्यवस्था की जा रही है।

सरकार के ध्यान में लाया जा चुका है मामला

एसडीएम करसोग सुरेंद्र कुमार ठाकुर का कहना है कि क्रमिक अनशन पर बैठने का मामला सरकार के ध्यान में लाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि क्रमिक अनशन पर बैठे लोगों की स्वास्थ्य जांच के बारे में अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए जा रहे हैं।
 

 

 

 

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