शास्त्री की भर्ती में PTA और SMC शिक्षकों को न दी जाए तवज्जो

Tuesday, Dec 04, 2018 - 11:59 AM (IST)

शिमला (ब्यूरो): बेरोजगार शास्त्री अध्यापकों ने शिक्षा विभाग में 375 पदों पर होने वाली भर्ती में पी.टी.ए. और एस.एम.सी. शिक्षकों को तवज्जो न देने की सिफारिश की है। शिक्षकों का कहना है कि ये शिक्षक पहले से शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं और जब इस तरह की बैच वाइज भर्ती होती है तो ये इसमें भी आवेदन करते हैं। शिक्षण अनुभव होने के चलते इन्हें काऊंसलिंग में प्राथमिकता दी जाती है और जो शिक्षक लंबे समय से नौकरी की बाट जोह रहे हैं, वे इससे वंचित हो जाते हैं। ऐसे में शिक्षकों ने इन शिक्षकों को इस भर्ती में शामिल न करने की मांग की है। इसी मांग को लेकर रोहड़ू में बेरोजगार शास्त्री अध्यापकों की बैठक हुई।

बैठक में शिक्षा विभाग जो 375 शास्त्री के पद भरने जा रहा है, उस पर चर्चा हुई। इनमें से 187 पद बैच वाइज और इतने ही पद कमीशन से भरे जाएंगे। इस दौरान शिक्षकों ने सरकार से एस.एम.सी., पी.टी.ए. और पैट शिक्षक, जिनके नाम अभी भी रोजगार कार्यालय में दर्ज हैं, उन्हें हटाने की मांग की है। बेरोजगार शास्त्री अध्यापकों का कहना है ये शिक्षक स्कूलों में कार्यरत हैं। ऐसे में इनके नाम रोजगार कार्यालयों से हटाए जाने चाहिए ताकि बेरोजगार शिक्षकों को मौका मिल सके।

टैट में अपीयर होने वाले प्रशिक्षुओं को जे.बी.टी. भर्ती में न दी जाए प्राथमिकता

हिमाचल प्रदेश जे.बी.टी. प्रशिक्षु संघ ने सरकार से वर्तमान में टैट मैरिट पर भरे जाने वाले 671 पदों में उन प्रशिक्षुओं को शामिल न करने की मांग की है, जो टैट परीक्षा में अपीयर हुए थे। संघ के प्रधान विक्रांत बरागटा का कहना है कि ऐसे प्रशिक्षु अपात्र हैं। इस दौरान उन बेरोजगारों को नौकरी दी जाए, जो पात्र व टैट पास हैं।
 

Ekta