आईजीएमसी-कैंसर अस्पताल को न बनने दें राजनीति का अखाड़ा : वीरभद्र सिंह

Wednesday, Jan 20, 2021 - 06:28 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने आईजीएमसी प्रशासन से कहा है कि वह मानवता के मंदिर आईजीएमसी व कैंसर अस्पताल को राजनीति का अखाड़ा न बनने दे। वीरभद्र सिंह ने प्रसिद्ध समाजसेवी सर्बजीत सिंह उर्फ बॉबी द्वारा कैंसर अस्पताल को नि:शुल्क दी जा रही सेवाओं की सराहना करते हुए कहा है कि उनका सेवा भाव औरों के लिए भी प्रेरणास्त्रोत है। उन्होंने इस बात पर हैरानी जताई है, जिसमें उन्हें 6 साल पूर्व आबंटित किए गए रैन बसेरे को गुपचुप तरीके से टैंडर करने व किसी और को आबंटित किया जा रहा है। उन्होंने इस निर्णय की आलोचना करते हुए कहा है कि यह गुरुसेवक बॉबी के साथ अन्याय है।

सर्बजीत सिंह के साथ न हो अन्याय

उन्होंने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने आईजीएमसी में विशेष तौर पर कैंसर अस्पताल में रोगियों और उनके परिजनों की नि:शुल्क सेवा भाव को देखते हुए पूरे कायदे-कानून के तहत सर्बजीत सिंह को रैन बसेरा आबंटित किया था। उन्होंने कहा कि सर्बजीत सिंह के सेवा भाव को देखते हुए देश के राष्ट्रपति ने भी इन्हें सम्मानित किया है, ऐसे में एक सच्चे समाजसेवी के साथ इस प्रकार का कोई भी अन्याय उनका समाजसेवा के प्रति अपमान है। उन्होंने कहा है कि सर्बजीत सिंह आईजीएमसी के साथ-साथ कमला नेहरू अस्पताल में भी अपनी नि:शुल्क सेवाएं दे रहे हैं, ऐसे में उनका इस कार्य के लिए सम्मान किया जाना चाहिए न कि कोई अपमान। बॉबी रोगियों को नि:शुल्क भोजन के साथ-साथ रहने, लाने व ले जाने की पूरी व्यवस्था के प्रति दिन-रात लगे रहते हैं, ऐसे में उनके इस मनोबल को भी ठेस पहुंचने के प्रयास नहीं किए जाने चाहिए।

पूरे मामले को गंभीरता से लें मुख्यमंत्री

वीरभद्र सिंह ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इस पूरे मामले को गंभीरता से लेने को कहा है। उन्होंने कहा है कि आईजीएमसी ने बॉबी के जिस रैन बसेरे का टैंडर जारी किया है उसे तुरंत रद्द किया जाए और उनके अनशन को समाप्त करवाया जाए। उन्होंने कहा है कि मानवता की सेवा में नि:शुल्क दिन-रात जुटे सर्बजीत सिंह के साथ किसी भी प्रकार का न तो कोई भेदभाव किया जाना चाहिए और न ही किसी प्रकार का उत्पीड़न।

Vijay