2 बच्चों की मां बनी Divalicious Mrs India Universe, Model of the Year खिताब भी जीता
Thursday, Jun 13, 2019 - 08:15 PM (IST)
शिमला (तिलक राज): किसी मुकाम तक पहुंचने के लिए उम्र बाधा नहीं होती। यह बात शिमला की दिव्या मंगला ने साबित कर दिखाई है। 45 साल की उम्र पूरी कर चुकी 2 बच्चों की मां दिव्या मंगला ने दिवालिसियस मिसेज इंडिया यूनिवर्स और मॉडल ऑफ द ईयर की प्रतियोगिता में विजेता का खिताब जीत कर प्रदेश का नाम रोशन किया है। दिवालिसियस मिसेज यूनिवर्स संगठन के सी.ई.ओ. नरेश मदान ने बताया कि यह प्रतियोगिता दिल्ली में हुई थी। इसमें 2 कैटागरी थी क्लासिक कैटागरी और प्लैटिनम कैटागरी। क्लासिक कैटागरी में 25 से 35 वर्ष तक की महिलाएं भाग ले सकती थीं और प्लेटिनम कैटागरी में 35 से 47 आयु वर्ग तक कि महिलाएं थीं।
शिमला में होगी मिसेज हैरिटेज वर्ड इंडिया की प्रतियोगिता
यह प्रतियोगिता 23 मई से शुरू हुई और इस प्रतियोगिता का फिनाले 26 मई को हुआ था। इस प्रतियोगिता में 30 प्रतिभागियों ने भाग लिया था। इस प्रतियोगिता की जज बिग बॉस फेम अर्शी खान, टी.वी. एक्ट्रैस सोना राठौर, मिसेज यूनिवर्स ब्रांड एम्बैसेडर रशिम सचदेवा, रुचिका ढींगरा और डॉ. मनोरथ खुल्लर रहे। उन्होंने बताया कि वह जल्द ही शिमला में मिसेज हैरिटेज वर्ड इंडिया की प्रतियोगिता करवाने जा रहे हैं। पहले यह प्रतियोगिता अहमदाबाद में करवानी तय की गई थी लेकिन कल जब शिमला आए तो यहां की खूबसूरती को देख कर लगा कि क्यों न इसे शिमला में ही करवाया जाए। यह प्रतियोगिता नवम्बर या दिसम्बर महीने में करवाई जाएगी।
मॉडलिंग में करियर बनाने का देखा था सपना
वहीं दिव्या मंगला ने बताया कि दिवालिसियस मिसेज इंडिया यूनिवर्स और मॉडल ऑफ द ईयर खिताब जीतकर बहुत खुश हूं। बचपन से ही मैंने मॉडलिंग में अपना करियर बनाने का सपना देखा था। दिव्या मंगला ने बताया कि इस खिताब को जीतने में उन्हें उनके पूरे परिवार का सहयोग रहा है। यदि परिवार साथ न देता तो वह इस मुकाम तक कभी नहीं पहुंच पातीं। उन्होंने बताया कि खिताब जीतने के लिए मेरे सास-ससुर ने भी पूरा सहयोग दिया।
बच्चों की परवरिश के साथ अपने सपने भी पूरे करें माताएं
उन्होंने प्रदेश की माताओं को संदेश दिया है कि अपने बच्चों को संभालने के साथ अपने सपने भी पूरे करने चाहिए। हर औरत का एक सपना होता है उसे पूरा करने के लिए उसे मेहनत करनी चाहिए। सपनों को पूरा करने के लिए उम्र आड़े नहीं आती है और न ही उम्र को हावी होने देना चाहिए। महिलाओं को अपने ऊपर थोड़ा समय जरूर देना चाहिए। महिलाओं को उनके सपने को पूरा करने के लिए उनके पति व घर वालों को भी साथ देना चाहिए ताकि वे हर क्षेत्र में आगे बढ़ सकें।