शिमला में इस बीमारी ने दी दस्तक, चपेट में आए नौनिहाल

Sunday, Dec 30, 2018 - 10:54 AM (IST)

शिमला (जस्टा): सर्दियां शुरू होते ही राजधानी शिमला में इस घातक बीमारी ने दस्तक दे दी है। बता दें कि शिमला में निमोनिया ने गंभीर रूप धारण कर लिया है। शहर के तीनों सरकारी अस्पतालों की बात की जाए तो यहां पर रोजाना ही निमोनिया के 20 से 30 मामले आ रहे हैं। खासकर नौनिहाल निमोनिया की गिरफ्त में आ रहे हैं। अस्पतालों में अभिभावक अपने बच्चे लेकर पहुंच रहे हैं। बच्चे इन दिनों ठंड के शिकार हो रहे हैं। चिकित्सक द्वारा भी यही तर्क दिया जा रहा है कि अभिभावक अपने बज्जों का सुबह और शाम को ध्यान रखें। कोहरा जमने से ठंड बढ़ जाती है और बच्चों को निमोनिया हो जाता है। वैसे अन्य वर्ग के लोगों को भी निमोनिया हो रहा है, जो अस्पताल में अपना उपचार करवाने आ रहे हैं लेकिन चिंता का विषय तो यह है कि अस्पताल में बज्जों के अधिक मामले आ रहे हैं। 

निमोनिया ज्यादा घातक बीमारी तो नहीं है लेकिन रोजाना आ रहे मामले को देखकर चिकित्सक भी हैरान हैं। एच.ओ.डी. डा. अश्विनी सूद ने बताया कि इन दिनों रोजाना अस्पताल में निमोनिया से ग्रस्त बच्चे के आ रहे हैं। बच्चों को अभिभावकों द्वारा ठंड से बचाना होगा, तभी इस बीमारी से बच्चों को बचा सकते हैं। अस्पताल में इस बीमारी से निपटने के लिए पूरे इंतजाम हैं। लोगों से आग्रह है कि बच्चों को टीके पूरे लगवाएं। बच्चे को मां का दूध पूरे 6 महीने तक पिलाएं। स्तनपान करवाना बहुत जरूरी है।


 

Ekta