NET क्लीयर करने के बावजूद ये चित्रकार युवा बेरोजगार

Tuesday, May 21, 2019 - 12:46 PM (IST)

शिमला (अम्बादत्त): हिमाचल में अधिकतर छात्र ऐसे भी हैं जो पेंटिंग में नैट भी क्लीयर कर चुके हैं, बावजूद इसके युवा बेरोजगार हैं। प्रदेश में रोजगार के क्षेत्र में एक चित्रकार के लिए कोई खास प्रावधान नहीं है। ऐसे में अधिकतर देखा गया है कि जो छात्र पेंटिंग करते है व जिन्हें चित्रकला का शोक है वे इस क्षेत्र में रोजगार न होने पर चित्रकारी छोड़ रहे हैं। ऐसे में यह बड़ा गंभीर विषय है कि यदि कलाकार ही चित्रकारी नहीं करेगा तो भारती संस्कृति को संजोकर रख पाने में प्रदेश को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। 

गेयटी थिएटर में लगाई गई प्रदर्शनी के दौरान बलदेव पंवर ने बताया कि प्रदेश सरकार को चाहिए कि वह प्रदेश में कला व कलाकारों को बढ़ावा दे तथा कलाकारों के लिए रोजगार प्रदान करे। इसके अतिरिक्त स्कूलों में भी छात्रों को पेंटिंग विषय अनिवार्य किया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि आर्ट फील्ड से संबंधित जितने भी छात्र हों, उनकी एक संस्था बनाई जाए और जितने भी वि.वि. या कहीं और से पास होने वाले विद्यार्थी हों, उन्हें रोजगार मुहैया करवाया जाए। प्रदेश में कलाकारों की कमी नहीं है।

मलाणा की पेंटिंग देखने गेयटी पहुंच रहे लोग

कुल्लू के मलाणा की पेंटिंग इन दिनों सबको भा रही है। इन पेंटिंग्ज को देखने के लिए लोग काफी संख्या में गेयटी थिएटर आ रहे हैं। इस पेंटिंग में मलाणा के रहन-सहन को दर्शाया गया है तथा किस तरह आज भी वहां लोग पत्थर के मकानों में रहते हैं। बलदेव पंवर की इस पेंटिंग की हर कोई तारीफ कर रहा है, चाहे पर्यटक हों या स्थानीय निवासी। बलदेव ने ऐसी कई पेंटिंग्ज प्रदर्शनी में लगाई हैं, जो लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं। इस प्रदर्शनी में 2 चित्रकारों बलदेव पंवर व गुरप्रीत की पेंटिंग्ज लगी हैं। इस प्रदर्शनी में 80 चित्रों को लगाया गया है। प्रदर्शनी में लगाई गईं सभी पेंटिंग्ज हिमाचल प्रदेश की संस्कृति को दर्शाती हैं।

3 दिनों में बिकी 15 पेंटिंग्ज

4 दिवसीय चित्रकला प्रदर्शनी में अभी तक 15 पेंटिंग्ज को लोगों द्वारा खरीदा गया है। इस प्रदर्शनी में 3,000 से लेकर 1,00,000 रुपए तक की पेंटिंग्ज लगी हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक 60,000 रुपए की पेंटिंग्ज बिक चुकी हैं। पर्यटक और स्थानीय लोग इन्हें बहुत पसंद कर रहे हैं। चित्रकार बलदेव पंवर ने कहा कि उन्हें बचपन से ही पेंटिंग बनाना पसंद है। उन्होंने बताया कि प्रदेश वि.वि. से नैट की परीक्षा भी उत्तीर्ण की है। बलदेव ने बताया कि पहले वह आर्मी पब्लिक स्कूल डगशाई में पढ़ाते थे, साथ ही कुछ समय उन्होंने पंजाब के कपूरथला में भी बच्चों को पढ़ाया है। अब वह अपना ही काम करते हैं। उन्होंने बताया कि चित्रकला में भविष्य उज्ज्वल है। पेंटिंग करने से उन्हें बहुत सुकून मिलता है। आर्ट स्टूडैंट्स अपना कार्य ईमानदारी से करें और इसे बुलंदियों तक लेकर जाएं।

Ekta