डिपो होल्डर उपभोक्ताओं को कर रहे गुमराह, दालें होते हुए भी लोगों को कर रहे इंकार

Thursday, Jan 16, 2020 - 11:10 AM (IST)

कुल्लू (ब्यूरो): जिला कुल्लू के कई इलाकों में डिपो होल्डर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। कई बार डिपो में दालें व अन्य सामग्री की खेप मौजूद होने के बावजूद डिपो होल्डर खेप न होने का भी तर्क दे रहे हैं। ऐसे में लोगों को बार-बार डिपो के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। दालों व अन्य सामग्री का आबंटन न करके डिपो होल्डर इन दालों व अन्य सामग्री को बेचकर चांदी कूट रहे हैं। डिपो में जो दाल लोगों को 40 या 45 रुपए प्रतिकिलो मिलती है वही दाल खुले बाजार में 80 से 100 रुपए प्रतिकिलो या इससे भी महंगे दामों पर मिलती है। डिपो होल्डर भी इन दालों को खुले बाजार की तर्ज पर बेचकर खूब चांदी कूट रहे हैं। 

बार-बार पूछने के बावजूद जब लोगों को दालें नहीं मिलती हैं तो लोग कई बार बाद में पूछना भी उचित नहीं समझते हैं। लोगों की यही चूक डिपो होल्डरों के लिए भी वरदान साबित हो रही है। बार-बार न मिलने के बाद जब लोग दालें नहीं खरीदते तो डिपो होल्डर इन दालों के दम पर खूब कमाई कर रहे हैं। इस प्रकार लोगों को गुमराह करने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। लोगों ने विभाग से मांग की है कि ऐसे डिपो होल्डरों पर शिकंजा कसा जाए जो लोगों के पेट पर लात मार रहे हैं। उपभोक्ताओं का कहना है कि कई बार डिपो में बार-बार पूछने के बावजूद यही जवाब मिलता है कि दालें आई नहीं हैं जबकि वास्तविकता इसके ठीक विपरीत होती है। ऐसे में लोगों का हक मारकर डिपो होल्डर चांदी कूटने में मशगूल हैं।

खेप पर रहे पूरी निगरानी

उपभोक्ताओं मेहर चंद, कमल, श्याम चंद, खेमराज, देवी चंद, मोङ्क्षहद्र सिंह, वेद राम व लाल चंद आदि का कहना है कि राशन की खेप पर पूरी निगरानी रखी जानी जरूरी है। इन लोगों ने कहा कि कई बार ऐसा भी हुआ जब डिपो होल्डरों ने दालें न होने का तर्क दिया और विभाग ने दालों की खेप डिपुओं को भेजे जाने की बात कही। कई बार ऐसा भी होता है जब किसी डिपो में दाल की खेप मिलती नहीं है और साथ लगते अन्य डिपुओं में दाल की खेप मौजूद होती है। इससे यह स्पष्ट होता है कि दाल में कुछ काला है। 

Edited By

Simpy Khanna