MC धर्मशाला में मेयर-डिप्टी मेयर के प्रत्यक्ष चुनाव की उठी मांग, जानिए क्या है वजह

Saturday, Jul 11, 2020 - 11:03 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): नगर निगम धर्मशाला के मेयर और डिप्टी मेयर के प्रत्यक्ष चुनाव करवाने की मांग उठी है। साल के अंत में धर्मशाला नगर निगम के चुनाव तय हैं। पूर्व नौसैनिक एवं सामाजिक कार्यकत्र्ता कुलतार गुलेरिया ने राज्य सरकार, जिलाधीश कांगड़ा और राज्य निर्वाचन आयोग को इस बाबत पत्र लिखा है। चुनाव आयोग ने इस मांग पत्र को सरकार को आगामी कार्रवाई के लिए भेजा है। पत्र में गुलेरिया ने पंचायत प्रधान-उपप्रधान के प्रत्यक्ष चुनाव की तर्ज पर नगर निगम धर्मशाला के 17 वार्डों के लोगों को प्रत्यक्ष तौर पर मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव का अधिकार देने का आग्रह किया है।

शिमला व धर्मशाला में एक-एक बार हो चुके हैं चुनाव

दरअसल देश के आधा दर्जन से अधिक प्रदेशों में नगर पालिकाओं में मेयर और डिप्टी मेयर का प्रत्यक्ष चुनाव होता है। वर्ष 2012 में तत्कालीन धूमल सरकार ने शिमला नगर निगम में मेयर-डिप्टी मेयर पद के प्रत्यक्ष चुनाव का निर्णय लिया था। सत्ता परिवर्तन के बाद वीरभद्र सरकार ने धूमल सरकार के फैसले को पलट दिया। इसके बाद नगर निगम शिमला व 2015 में गठित हुए सूबे के दूसरे नगर निगम धर्मशाला में एक-एक बार चुनाव हो चुके हैं। अप्रत्यक्ष चुनाव में चुने गए पार्षद ही मेयर और डिप्टी मेयर का चयन करते हैं। जिस पार्टी के अधिक पार्षद होते हैं, उसके मेयर और डिप्टी मेयर चुने जाते हैं। अब पुन: नगर निगम में प्रत्यक्ष चुनाव की मांग ने एक नई बहस छेड़ दी है।

साल के अंत में प्रस्तावित हैं चुनाव

धर्मशाला नगर निगम का कार्यकाल मार्च 2021 में पूरा हो रहा है। इसे देखते हुए चुनाव आयोग ने नगर निगम के चुनाव साल के अंत में पंचायत व नगर निकाय चुनावों के साथ करवाने का फैसला लिया है। ऐसे में मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव करवाने का निर्णय पूरी तरह सरकार पर निर्भर करेगा।

Vijay