अब अस्पताल में प्रसव करवाने पर मिलेंगे 1100 रुपए

Tuesday, Jul 23, 2019 - 11:13 PM (IST)

शिमला: सूबे के किसी भी अस्पताल में प्रसव कराने पर अब 1100 रुपए मिलेंगे। सरकार ने इंस्टीच्यूशनल डिलीवरी के प्रति प्रसुताओं को प्रेरित करने के मकसद से जननी सुरक्षा योजना के तहत मिलने वाली इस राशि में बढ़ौतरी की है अब तक शहरी क्षेत्रों की महिलाओं को अस्पताल में प्रसव करवाने पर 600 रुपए तथा ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को 700 रुपए मिलते थे लेकिन अब शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की सभी प्रसुताओं को 1100 रुपए दिए जाएंगे। यह प्रोत्साहन राशि बच्चे के जन्म के बाद अस्पतालों में सात दिन के भीतर दी जाएगी।

प्रदेश की 88.11 फीसदी महिलाएं अस्पतालों में करवा रहीं प्रसव

उल्लेखनीय है कि दो दशक पहले तक प्रदेश में 70 फीसदी से अधिक महिलाएं घरों पर ही दाई बुलाकर प्रसव करवाती थीं। इस कारण बहुत सी प्रसुताओं और शिशुओं की मौत हो जाती थी। बीते कुछ सालों के दौरान राज्य व केंद्र सरकारों ने इंस्टीच्यूशनल डिलीवरी करवाने के लिए लोगों को जागरूक किया। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रदेशभर में अभियान भी चलाए गए। प्रसुताओं को अस्पताल लाने व घर छोडऩे के लिए नि:शुल्क एंबुलैंस की सुविधा शुरू की। यहांतक कि अस्पताल में डिलीवरी नि:शुल्क कर दी गई। इसी का नतीजा है कि आज प्रदेश की 88.11 फीसदी महिलाएं अस्पतालों में प्रसव करवा रही हैं।

चम्बा को छोड़कर अन्य जिला की महिलाएं प्रसव को लेकर जागरूक

चम्बा जिला को छोड़कर अन्य जिला में महिलाएं प्रसव को लेकर काफी जागरूक हो चुकी हैं। जननी सुरक्षा योजना के तहत अस्पतालों में प्रसव के मकसद से राज्य सरकार हर साल एक वर्ष के बच्चे के मुफ्त इलाज पर तकरीबन 19 करोड़ सालाना तथा नि:शुल्क वाहन सुविधा पर करीब 5 करोड़ रुपए खर्च कर रही है।

हमीरपुर में 98.95 फीसदी महिलाएं अस्पताल में करवा रहीं प्रसव

स्वास्थ्य विभाग की 2017-18 की रिपोर्ट के मुताबिक चम्बा एकमात्र ऐसा जिला है जहां आज भी तकरीबन आधी महिलाएं घर पर ही प्रसव करवा रही हैं। चम्बा जिला में सबसे कम 58.23 फीसदी महिलाएं तथा हमीरपुर में सबसे अधिक 98.95 फीसदी महिलाएं अस्पताल में प्रसव करवा रही हैं। बिलासपुर में 91.09 फीसदी, कांगड़ा में 93.43 फीसदी, किन्नौर में 87.86 फीसदी, कुल्लू में 85.68 फीसदी, लाहौल-स्पीति में 75.31 फीसदी, मंडी में 87.32 फीसदी, सिरमौर में 86.52 फीसदी, सोलन में 92 फीसदी, ऊना में 94.83 फीसदी तथा शिमला जिला में 93.35 फीसदी महिलाएं अस्पताल में प्रसव करवा रही हैं।

Vijay