DDU अस्पताल का कारनामा, डिलीवरी के बाद महिला के पेट में छोड़ा Gauze Piece

Tuesday, Feb 26, 2019 - 08:28 PM (IST)

शिमला: दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल शिमला में डॉक्टर व स्टाफ की लापरवाही का एक बड़ा मामला सामने आया है। यहां पर डिलीवरी के दौरान महिला के पेट में डाक्टर व स्टाफ ने गौज पीस ही छोड़ दिया, इससे महिला की जान पर बन आई थी तथा बड़ी मुश्किल से उसे बचाया गया। जानकारी के अनुसार शिमला के कृष्णा नगर में रह रही 30 वर्षीय महिला पूनम ने आरोप लगाए हैं कि उसकी बीते 28 दिसम्बर को डी.डी.यू. अस्पताल में डिलीवरी हुई है और 4 जनवरी को डिस्चार्ज किया गया। जब अस्पताल से डिस्चार्ज कर रहे थे तो उस दौरान ही उसे दर्द हुआ था, ऐसे में उसने नर्स को अवगत करवाया की दर्द बहुत हो रहा है लेकिन नर्स ने बताया कि जो टांके लगे हैं उसकी वजह से दर्द हो रहा है, ऐसे में अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया।

महिला की सहेली ने पेट से निकाला गौज पीस

महिला जब घर पर थी तो उसे 3 हफ्ते के बाद ज्यादा ही दर्द हो गया और खून रुक गया, वहीं बी.पी. भी बढ़ गया। महिला को लगा कि शायद पेट में कुछ हो सकता है, ऐसे में महिला अपने मायके चंडीगढ़ चली गई। महिला का कहना है कि जब उसे अंदर से स्मैल आ रही थी और दर्द ज्यादा ही हुआ तो वह अपने पिता राम प्रकाश के साथ पी.जी.आई. चली गई। वहां पर डॉक्टर ने भी यही कहा कि अब यह ठीक होने वाली नहीं है, ऐसे में महिला घबरा गई। पीड़ित महिला के मायके में उसकी एक सहेली नर्स थी उसने जब उसे चैक किया तो उसने उसे एक दर्द का इंजैक्शन दिया और उसके पेट से गौजपीस निकाला। तभी खुलासा हुआ कि महिला के पेट में डिलीवरी के दौरान गौजपीस छोड़ दिया था। महिला ने बड़ी मुश्किल से अपनी जान बचाई है।

महिला ने डॉक्टर व स्टाफ के खिलाफ मांगी कार्रवाई

महिला ने प्रदेश सरकार से मांग की है कि डी.डी.यू. अस्पताल में डॉक्टर सहित जो उस दौरान स्टाफ मौजूद था उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। आरोप है कि यहां पर महिला मरीजों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। महिलाएं यहां पर बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं हैं।
 
पुलिस में भी करवाएंगे मामला दर्ज

महिला के भाई अजय का कहना है कि यह सब कुछ डॉक्टर और उस दौरान मौजूद अन्य स्टाफ की वजह से हुआ है। इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कर्रवाई जाएगी। दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बहन की जिंदगी बड़ी मुश्किल से बचाई है। अजय ने सरकार से मांग की है कि इस मामले में कार्रवाई की जाए ताकि किसी अन्य महिलाओं के साथ भी कोई इस तरह की घटना पेश न आए। अजय कहना है कि वे चंडीगढ़ में सैक्टर-24 में रहते हैं। वे कुछ ही दिनों में अपनी बहन के साथ शिमला आएंगे और पुलिस में शिकायत दर्ज करवाएंगे।

क्या बोले अस्पताल के एम.एस.

डी.डी.यू. अस्पताल के एम.एस. लोकेंद्र शर्मा ने कहा कि यह मामला हमारे ध्यान में नहीं आया है और न ही कोई ऐसी शिकायत मिली है। अगर महिला के साथ इस तरह की घटना हुई होगी तो कार्रवाई की जाएगी। वैसे स्टाफ की तरफ से ऐसी गलती नहीं हो सकती है।

Vijay