DC बोले-बच्चों के लर्निंग आऊटकम में निखार लाएगी ये मुहिम

Friday, Sep 14, 2018 - 04:36 PM (IST)

चम्बा: डी.सी. हरिकेश मीणा ने वीरवार को रैवेन्यू सभागार में शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ चम्बा जिला के विद्यार्थियों के लर्निंग आऊटकम को बढ़ाने को लेकर बैठक की। इस महत्वपूर्ण बैठक में जिला के खंड शिक्षा अधिकारी भी मौजूद रहे। डी.सी. ने बताया कि विद्यार्थियों के लर्निंग आऊटकम से और बेहतर नतीजे हासिल करने और उनमें प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा करने के मकसद से जिला में प्रगति मुहिम शुरू की जाएगी ताकि जिला के सभी शिक्षा खंडों में शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र और छात्राओं की स्कूली शिक्षा को समग्र तौर पर मजबूती दी जा सके और विद्यार्थी आगे चलकर उच्चतर शिक्षा में भी अपेक्षित प्रदर्शन कर पाने में पूरी तरह से सक्षम हो सकें। अपने आप में नई इस मुहिम को अक्तूबर के अंत तक शुरू करने की योजना है। उन्होंने बताया कि शुरूआत में 8वीं कक्षा के विद्यार्थियों के तिमाही आधार पर ऑनलाइन टैस्ट लेकर उनकी बाकायदा रैंकिंग तय की जाएगी। इस रैंकिंग को मोबाइल मैसेज के जरिए अभिभावकों के साथ भी सांझा किया जाएगा।

व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए नजर रखे सकत हैं अधिकारी
बैठक के दौरान डी.सी. चम्बा ने विभिन्न खंडों के खंड शिक्षा अधिकारियों के साथ विस्तार से चर्चा करते हुए उनके अनुभवों और निरीक्षण के तौर-तरीकों को भी जाना। उन्होंने कहा कि जब भी खंड शिक्षा अधिकारी स्कूलों के निरीक्षण के लिए जाएं तो यह जरूर देखें कि बच्चों के लर्निंग आऊटकम में पिछली बार की अपेक्षा कितनी बढ़ौतरी अथवा कमी दर्ज की गई है और उसके कारण क्या रहे। अधिकारी व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए स्कूलों की गतिविधियों पर नजर रख सकते हैं। अध्यापकों से प्रात:कालीन सभाओं और उसके बाद कक्षाओं के मोबाइल फोटो लेकर भी यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि किस स्कूल में किस तरह की व्यवस्था चल रही है। डी.सी. ने कहा कि स्कूलों में हर शनिवार को अंग्रेजी आधारित अंताक्षरी कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएं ताकि विद्यार्थी मनोरंजक तरीके से भी अपने अंग्रेजी के ज्ञान में इजाफा करे सकें।

शिक्षा के स्तर को और बेहतर बनाना एकमात्र लक्ष्य
उन्होंने कहा कि खंड शिक्षा अधिकारी भले ही स्कूलों की निरंतर मॉनीटरिंग के लिए कोई भी व्यवस्था अपनाएं लेकिन एकमात्र लक्ष्य शिक्षा के स्तर को और बेहतर करना है। डी.सी. ने अभिभावक अध्यापक संघ की बैठकों की उपयोगिता पर भी जोर दिया ताकि दोनों तरफ संवाद कायम रहे। इससे जहां अभिभावकों को अपने बच्चों की अच्छाई या खराब प्रदर्शन की जानकारी रहेगी, वहीं वे अध्यापकों तक अपनी बात रख सकते हैं। डी.सी. ने ये निर्देश भी दिए कि सभी स्कूलों में पेयजल और शौचालय की समुचित व्यवस्था रहनी चाहिए। खंड शिक्षा अधिकारी यह भी सुनिश्चित करें कि यदि किसी स्कूल में पेयजल की सही व्यवस्था नहीं है या शौचालय की दशा को सुधारना है तो उसके सैल्फ  संबंधित ग्राम पंचायत प्रधान के माध्यम से तैयार करवा कर जल्द भिजवाए जाएं ताकि उसके लिए आवश्यक धनराशि मंजूर की जा सके। 

युक्तिकरण के माध्यम से अस्थायी तौर पर होगी तैनाती
डी.सी. चम्बा ने उच्च शिक्षा उपनिदेशक को कहा कि वह विशेष तौर से विज्ञान विषयों के अध्यापकों का युक्तिकरण करके अस्थायी तौर पर कुछ समय के लिए उनकी तैनाती ऐसे स्कूलों में करने की व्यवस्था करें, जहां विज्ञान विषय का एक भी अध्यापक मौजूद नहीं है। डी.सी. ने बैठक में जिला के 84 स्कूलों में चल रहे विभिन्न तरह के 13 वोकेशनल कोर्सों को लेकर भी ब्यौरा हासिल किया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।

Vijay