पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ चुनाव लड़ना पड़ा महंगा, दयाल प्यारी BJP से 6 साल के लिए निष्कासित

Friday, Oct 04, 2019 - 05:55 PM (IST)

शिमला: पच्छाद विधानसभा क्षेत्र से पार्टी की अधिकृत प्रत्याशी रीना कश्यप के खिलाफ निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने के कारण दयाल प्यारी को भाजपा की सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया है। उनका यह निष्कासन 6 साल के लिए किया गया है तथा यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू माने जाएंगे। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतपाल सत्ती की तरफ से उनको निष्कासित करने संबंधी आदेश जारी किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि दयाल प्यारी पच्छाद विधानसभा क्षेत्र में हो रहे उपचुनाव के लिए भाजपा से टिकट की मांग कर रहीं थीं। प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में उनके नाम पर चर्चा भी हुई थी तथा शॉर्टलिस्ट सूची में इसे पार्टी आलाकमान को भेजा गया था। पार्टी आलाकमान ने पच्छाद से रीना कश्यप को चुनाव मैदान में उतारने का निर्णय लिया, जिसके बाद उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया।

दयाल प्यारी ने ठुकराया, आशीष सिक्टा को मनाया

इसके बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर सहित पार्टी के अन्य नेताओं ने दयाल प्यारी से बातचीत करके अपना नामांकन वापस लेने को कहा था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, जिसके चलते भाजपा की तरफ से उनको निष्कासित किया गया है। हालांकि भाजपा निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल करने वाले आशीष सिक्टा को मनाने में सफल रही तथा उन्होंने पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में अपना नाम वापस ले लिया था। इस तरह अब पच्छाद में 5 प्रत्याशियों के बीच मुकाबला है। इसमें कांग्रेस प्रत्याशी एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गंगू राम मुसाफिर, भाजपा प्रत्याशी रीना कश्यप और 3 निर्दलीय प्रत्याशी दयाल प्यारी, पवन कुमारी और सुरिंद्र पाल शामिल हैं।

मोर्चे पर डटे नेता, सूना पड़ा सचिवालय

पच्छाद और धर्मशाला विधानसभा उपचुनाव को देखते हुए सभी नेता मोर्चे पर डट गए हैं। इसके चलते प्रदेश सचिवालय नेताओं के बिना सूना पड़ गया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर शुक्रवार को मंडी जिला के दौरे पर गए, जबकि शिमला संसदीय क्षेत्र के मंत्री एवं नेताओं ने पच्छाद में मोर्चा संभाल लिया है। हालांकि केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के कार्यक्रम के चलते शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज जरूर शिमला में मौजूद रहे। इसी तरह कांगड़ा संसदीय क्षेत्र के मंत्री और विधायकों सहित अन्य नेता धर्मशाला में डटे हैं।

Vijay