Himachal: 12 लाख का पैकेज छोड़ मंडी की बेटी ने चुना देश सेवा का रास्ता, नौसेना में बनी लैफ्टिनैंट
punjabkesari.in Saturday, Dec 06, 2025 - 11:00 AM (IST)
मंडी (रजनीश): मंडी जिले के कोटली उपमंडल के कोट तुंगल गांव की बेटी सिमरन भारद्वाज ने भारतीय नौसेना में लैफ्टिनैंट बनकर क्षेत्र और परिवार का नाम रोशन किया है। अहम बात तो यह है कि सिमरन ने देश सेवा के अपने बचपन के सपने को पूरा करने के लिए गुरुग्राम की कंपनी में 12 लाख रुपए के सालाना पैकेज की आकर्षक नौकरी छोड़ दी। सिमरन अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी से हैं जो देश सेवा में शामिल हुई हैं। उनके दादा और पिता भी सेना से सेवानिवृत्त हुए हैं। दादा लाला राम भारद्वाज 14 डोगरा से हवलदार जबकि पिता धर्मपाल भारद्वाज डोगरा स्काऊट से सेवानिवृत्त हुए हैं।
नौकरी के साथ जारी रखी पढ़ाई
सिमरन ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा कोट के एक निजी स्कूल और योल कैंट के केंद्रीय विद्यालय से पूरी की। इसके बाद उन्होंने एनआईटी हमीरपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटैक की डिग्री हासिल की। बीटैक के बाद उन्होंने 2 साल तक मारुति कंपनी में नौकरी की। नौकरी के साथ-साथ सिमरन ने सेना में शामिल होने की तैयारी जारी रखी। सिमरन ने वर्ष 2024 में एसएसबी की परीक्षा उत्तीर्ण की तथा दिसम्बर, 2024 में उन्हें प्रशिक्षण के लिए पत्र मिला। इसके बाद जनवरी 2025 से केरल स्थित भारतीय नौसेना अकादमी में उनका प्रशिक्षण शुरू हुआ और 30 नवम्बर तक चले कठिन प्रशिक्षण के बाद अब सिमरन का चयन भारतीय नौसेना में लैफ्टिनैंट के पद पर हुआ है।
लक्ष्य पर ध्यान रखें केंद्रित तभी मिलती है सफलता : सिमरन
कोटली पहुंचने पर सिमरन का स्वागत किया गया। इस अवसर पर उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिजनों को दिया। उन्होंने युवाओं से भी आग्रह किया कि वे एक बार लक्ष्य निर्धारित करने के बाद उस पर ध्यान केंद्रित रखें, तभी सफलता प्राप्त की जा सकती है। सिमरन के पिता धर्मपाल भारद्वाज ने अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर गहरी खुशी व्यक्त की और कहा कि सिमरन ने पूरे परिवार का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है।

