सावधान! साइबर शातिर अब QR Code से दे रहे फ्रॉड को अंजाम

Wednesday, Feb 12, 2020 - 07:26 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): साइबर शातिर अब क्यूआर कोड (क्विक रिस्पॉन्स कोड) के द्वारा फ्रॉड को अंजाम दे रहे हैं। साइबर थाना पुलिस की जांच में यह सामने आया है। पुलिस जांच के अनुसार साइबर अपराधी विक्रेता या खरीददार बनकर ई-मेल, व्हाट्सएप व अन्य माध्यम से एक क्यूआर कोड भेजते हैं और व्यक्ति को उसे स्कैन करने के लिए कहते हैं, ऐेसे में जैसे ही व्यक्ति क्यूआर कोड स्कैन करता है तो उसके खाते से पैसे कट जाते हैं। यहां तक कि शातिर अपराधियों द्वारा दुकानदारों को भी थोक ऑर्डर देने का लालच दिया जाता है और भुगतान प्राप्त करने के लिए क्यूआर कोड भेजकर धोखा दिया जाता है। नकली विक्रेता बनकर भुगतान प्राप्त करने के बाद आरोपी सामान वितरित नहीं करते हैं।

साइबर अपराधी यूआरएल के साथ करते हैं छेड़छाड़

जांच में पाया गया है कि साइबर अपराधियों द्वारा प्रमुख वैबसाइटों पर जाने के लिए यूआरएल के साथ छेड़छाड़ की जाती है और लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए ई-मेल, व्हाट्सएप आदि के माध्यम से एक क्यूआर कोड भेजते हैं। क्यूआर कोड में यूआरएल का पता नहीं लगता है, जिस कारण व्यक्ति द्वारा जैसे ही क्यूआर कोड स्कैन किया जाता है, वह उसे गलत वैबसाइट पर ले जाता है, जिससे वह साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाता है।

ऑनलाइन भुगतान के लिए प्रयोग होता है क्यूआर कोड

आज के आधुनिक समय में शॉपिंग करने के लिए स्मार्टफोन के द्वारा क्यूआर कोड को स्कैन करके भुगतान करना बहुत ज्यादा प्रचलन में है। क्यूआर कोड का इस्तेमाल ऑनलाइन भुगतान के लिए किया जाता है, जिसका फायदा उठाकर आरोपी अब ठगी को अंजाम दे रहे हैं। साइबर थाना पुलिस ने जनता से आग्रह किया है कि यदि कोई उनसे अपने खाते में पैसे जमा करने के लिए क्यूआर कोड स्कैन करने के लिए कहता है तो सतर्क रहे। क्यूआर कोड स्कैन करने से बचें। यह भी ध्यान रखें कि भुगतान करने के लिए क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा और धन प्राप्त करने के लिए नहीं।

क्या बोले एएसपी नरवीर राठौर

एएसपी साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन नरवीर राठौर ने बताया कि पुलिस साइबर अपराध पर निरंतर अंकुश लगाने के लिए प्रयासरत है। लोगो को सोशल मीडिया के माध्यम से जागरुक किया जा रहा है कि वे संदिग्ध ई-मेल, व्हाट्सएप आदि से प्राप्त क्यूआर कोड को स्कैन न करें। इसके साथ ही किसी भी प्रकार के प्रलोभन में न आएं। यदि कोई ऐसा मामला सामने आए तो साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन के फोन पर तुरंत संपर्क करें।

Vijay