दमसेहड़ा में मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के खिलाफ लगे गो बैक के नारे, जानिए क्या रही वजह

Thursday, Jan 14, 2021 - 07:02 PM (IST)

सरकाघाट (महाजन): प्रदेश सरकार में वरिष्ठ व ताकतवर मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर को वीरवार को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। दमसेहड़ा के पास भीड़ ने महेंद्र सिंह गो बैक के नारे लगाए। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और मिली जानकारी के अनुसार जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर नबाही जिला परिषद वार्ड से प्रत्याशी के प्रचार में दमसेहड़ा में आयोजित जनसभा में भाग लेने जा रहे थे और मंत्री के वहां पहुंचते ही दर्जनों लोगों ने उनके स्वागत की बजाय उनसे सरकाघाट को अब तक विकास से महरूम किए जाने और जल शक्ति विभाग में जल रक्षकों, पैराफिटर और पंप ऑप्रेटर की भर्ती भी धर्मपुर से किए जाने के सवाल पूछे तो मंत्री आगबबूला हो गए। युवाओं का आरोप था कि मंत्री ने सरकाघाट को विकास से वंचित कर दिया है, सरकाघाट का हक छीन कर धर्मपुर को दिया है जबकि सरकाघाट में कोई विकास नहीं हुआ है।

मंत्री और युवाओं के बीच हो गया वाद-विवाद

गुस्से में जनसभा कैंसिल करके मंत्री अपनी कार की तरफ चल पड़े तो इस दौरान युवाओं ने उनसे सवाल-जवाब करना शुरू कर दिया। मंत्री भी खासे तेवर में आ गए और उनसे वाद-विवाद करने लगे। इतना ही नहीं, बहस में जब बेरोजगार युवा बोल रहे थे कि आपने जल शक्ति विभाग में अपने क्षेत्र के लोगों को ही रखा है तो मंत्री का जवाब था कि तो क्या तेरे को पूछ कर रखने हैं। बहुत देखे हैं तुम्हारे जैसे। इतना बोलते ही इन युवाओं ने मंत्री के खिलाफ गो बैक के नारे लगाना शुरू कर दिए और मंत्री को भी वहां से जाने को मजबूर होना पड़ा। जल शक्ति विभाग में हुई भर्तियों में पहले भी भाई-भतीजावाद के आरोप लगते रहे हैं लेकिन अब तो इस चीज का विरोध खुलकर सामने देखने को मिल रहा है।

साधन संपन्न लोगों को नौकरी पर रखने का लगाया आरोप

बेरोजगार युवकों का आरोप था कि मंत्री ने अपने विभाग में सरकाघाट की बजाय धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के ही वर्कर्ज को नौकरी दी है। हंगामे में शामिल युवाओं का आरोप था कि सरकाघाट उपमंडल में धर्मपुर के अपने खासमखास और बूथ कमेटी सदस्यों और पार्टी पदाधिकारियों के बच्चों को जल शक्ति विभाग में पैराफिटर, पंप ऑप्रेटर और जल रक्षकों के पद पर रखा  गया है और पूरी भर्ती प्रक्रिया को अपने तरीके से निर्देशित किया है। अफसोस की बात यह है कि किसी जरूरतमंद को इस भर्ती में जगह न देकर साधन संपन्न लोगों को ही नौकरी दी गई है जो रोजाना उनके क्षेत्रों में मोटरसाइकिल और कार में ड्यूटी करने आते हैं, जिसके कारण सरकाघाट के युवाओं को कोई भी रोजगार नहीं मिल सका है। भीड़ में शामिल युवाओं का मंत्री पर यह भी आरोप था कि वे कोई खैरात नहीं मांग रहे हैं, अपना हक मांग रहे हैं, वे उन्हें वोट देते हैं। यह भी आरोप था कि उन्हें सरकार से कोई गिला नहीं है परंतु मंत्री के इस भेदभावपूर्ण निर्णय का ही वे विरोध कर रहे हैं।

Vijay