बारिश और भूस्खलन से 114.87 करोड़ की फसलें तबाह

Wednesday, Sep 04, 2019 - 09:34 AM (IST)

शिमला (देवेंद्र): हिमाचल में मानसून ने इस बार खूब तबाही मचाई है। सार्वजनिक संपत्ति के अलावा किसानों-बागवानों की फसलों को भी आसमान से बरसी आफत की बारिश ने खूब नुक्सान पहुंचाया है। प्रदेश में भारी बारिश, बादल फटने, भूस्खलन के कारण 114.87 की फसलें तबाह हुई हैं। अकेले कृषि उपज को 81.08 करोड़ तथा उद्यान उपज को 33.79 करोड़ का नुक्सान हुआ है। कृषि व बागवानी विभाग द्वारा फील्ड से ताजा रिपोर्ट मिलने के बाद नुक्सान का आंकड़ा और बढ़ेगा।

भारी बारिश के कारण विभिन्न फसलों के अधीन 443910 हैक्टेयर भूमि में से 28586 हैक्टेयर भूमि पर फसलों को क्षति हुई है। इसमें से 3991 हैक्टेयर भूमि पर कृषि उपज को 33 फीसदी से ज्यादा का नुक्सान आंका गया है, जबकि 28586 हैक्टेयर जमीन पर 33 फीसदी से कम नुक्सान हुआ है। कृषि विभाग की मानें तो प्रदेशभर में सिल्ट व भूस्खलन के कारण 1418 हैक्टेयर कृषि भूमि पर फसलें तबाह हुई हैं। भूस्खलन व सिल्ट के कारण सबसे ज्यादा 1752 हैक्टेयर भूमि पर फसलों को नुक्सान अकेले चंबा जिला में आंका गया है। 28.34 करोड़ की फसलें व भूमि पानी के तेज बहाव में बहकर नष्ट हुई हैं।

कृषि उपज को जिलावार हुआ नुक्सान

सिरमौर जिला में कृषि उपज को सबसे अधिक 21.19 करोड़ का नुक्सान, ऊना में 19.55 करोड़, चंबा जिला में 18.48 करोड़, शिमला में 13.42 करोड़, हमीरपुर में 1.7 करोड़, कांगड़ा में 15.92 लाख, किन्नौर 68 लाख, कुल्लू 52 लाख, लाहोल-स्पीति में 2.11 करोड़, मंडी 92 लाख, सोलन 1.99 करोड़ रुपए की फसलें तबाह हुई हैं।

उद्यान उपज को इतना हुआ नुक्सान

इसी तरह उद्यान उपज को बिलासपुर में 1.77 करोड़, चंबा मे 2.71 करोड़, हमीरपुर में 1.44 करोड़, किन्नौर में 6.5 करोड़, कुल्लू में 7.66 करोड़, मंडी में 1.42 करोड़, शिमला में 13.41 करोड़, सिरमौर में 21.18 करोड़, सोलन में 3.3 करोड़ तथा ऊना जिला में सबसे ज्यादा 19.51 करोड़ की क्षति हुई है।

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Simpy Khanna