सेब अर्थव्यवस्था पर संकट के बादल, औंधे मुंह गिरे दाम, 23 सितंबर को सड़कों पर उतरेंगे किसान(Video)

Wednesday, Sep 18, 2019 - 05:12 PM (IST)

शिमला (योगराज): हिमाचल प्रदेश की 4 हजार से ज्यादा की सेब अर्थव्यवस्था पर संकट आ खड़ा हुआ है। देश की मुद्रास्फीति बढ़ रही है लेकिन सेब की कीमतें कम हो रही है। ये आरोप हिमाचल किसान सभा राज्य सचिव राकेश सिंघा ने लगाए है। सेब की कीमतें औंधे मुंह गिरी है जो पिछले लंबे समय में नहीं हुआ। ये ऐसा समय है जब प्रदेश सरकार प्रदेश में इन्वेस्टर मीट करवा रही है और सेब की फसल को तरजीह नहीं दी जा रही है। आज के समय जब अमेरिका से सेब कम आ रहा है जम्मू-कश्मीर के हालात से भी हिमाचल के सेब में उछाल आना चाहिए था।

उल्टा सेब के दाम गिर गए कहाँ तो सेब की कीमत डेढ़ सौ से दो सौ होना चाहिए था लेकिन आज सेब 25 से 35 रुपए किलो के हिसाब से बिक रहा है जो चिंता का विषय है। मौजूद सरकार इस बारे में नहीं सोच रही है। सरकार को सीए स्टोर पर बल देना चाहिए क्योंकि इससे किसान अपना सेब मार्किट की मांग के आधार पर बेच सके। किसान सभा आगामी 23 सितंबर को इन्हीं मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन भी करेगी।

राकेश सिंघा ने कहा कि बागवानों की लूट का सिलसिला जारी है। एपीएमसी अपनी जिम्मेदारी नही निभा पा रहा है। बागवानों से अनलोडिंग व कॉमिशन के नाम पर लूट की जा रही है। सरकार ने एपीएमसी के अलावा कई कमेटियां बनाई है लेकिन बागवानों को इनका फायदा नहीं मिल रहा है। सेब की कीमतें बढ़ा दी गई है। पैकिंग बागवानों को महंगी पड़ रही है। 2016 में नोटबंदी का असर आज देखने को मिल रहा है। परिणामस्वरूप देश की कृषि भी अर्थिक संकट के दौर से गुजर रही है।

Ekta