कोरोना संक्रमित डाॅक्टर ने किया आत्महत्या का प्रयास

Friday, Apr 09, 2021 - 11:34 AM (IST)

शिमला : हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान आईजीएमसी में उक डाॅक्टर ने आत्महत्या का प्रयास किया। वहां के डाॅक्टर्स ने उसे देख लिया और उसकी जान बचा ली गई। पता चला है कि डाॅक्टर कोरोना पाॅजिटिव है साथ ही उसका पूरा परिवार भी कोविड की जद में है। कोरोना संक्रमित डाॅक्टर ने कोविड वार्ड में नुकीली चीज से अपने दोनों बाजुओं की कलाई काट डाली। इस दौरान वार्ड में मौजूद डॉक्टरों की नजर उस पर पड़ी और बाद में उसे उपचार दिया गया। कोरोना संक्रमित डॉक्टर शहर के कसुम्पटी क्षेत्र के रहने वाले हैं और घटना के समय उसके माता-पिता भी आईसोलेशन वार्ड में दाखिल थे। फिलहाल डाॅक्टर हालत स्थिर बनी हुई है। घटना के बाद आईजीएमसी में अफरा-तफरी का माहौल रहा। 

पुलिस के मुताबिक, डॉक्टर 5 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हो गया था। सात अप्रैल की यह घटना है। इसके बाद उसकी पत्नी और माता-पिता भी पॉजिटिव पाए गए थे। पत्नी होम आइसोलेट है, जबकि डॉक्टर अपने माता-पिता के साथ आईजीएमसी में आइसोलेशन वार्ड में दाखिल था। उसने नुकीली चीज से अपने बाजुओं की कलाई काटकर लहूलुहान कर दिया। फिलहाल, आईजीएमसी के मेडिसन विभाग के प्रोफेसर बलवीर वर्मा की शिकायत पर सदर थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया गया है। माना जा रहा है कि डॉक्टर ने मानसिक तनाव के चलते सुसाइड का प्रयास किया है। एसपी शिमला मोहित चावला ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि आईजीएमसी के सीनियर डॉक्टर की ओर से शिकायत दी गई है। पुलिस ने धारा 309 के तहत केस दर्ज कर लिया है। बीते साल शिमला के ही डीडीयू अस्पताल में एक महिला मरीज ने फंदा लगाकर जान दे दी थी। महिला चैपाल क्षेत्र की रहने वाली थी और उसने आधी रात को कोविड वार्ड में फंदा लगाकर जान दे दी थी।
 

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prashant sharma