कांग्रेस विधायकों ने मांगा मुख्यमंत्री-स्वास्थ्य मंत्री का इस्तीफा, जानिए क्या है वजह

punjabkesari.in Tuesday, Dec 08, 2020 - 07:56 PM (IST)

शिमला (राक्टा): विपक्ष दल कांग्रेस के 3 विधायकों हर्षवर्धन चौहान, नंदलाल व मोहन लाल ने सरकार पर कोरोना महामारी से निपटने में असफल रहने के आरोप लगाते हुए प्रहार किए। पार्टी मुख्यालय राजीव भवन शिमला में आयोजित संयुक्त पत्रकार वार्ता में कांग्रेस विधायकों ने कहा कि सरकार की विफलताओं के चलते प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े हैं, ऐेसे में मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री को अपने पद से त्याग पत्र देना चाहिए। विधायक हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि प्रदेश में कोरोना का कहर मार्च से शुरू हो गया था। कांग्रेस ने समय-समय पर सरकार को चेताया भी लेकिन सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई।

कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़े छुपा रही सरकार

उन्होंने आरोप लगाए कि सरकार कोविड-19 से होने वाली मौतों के आंकड़े छुपा रही है। सरकार की असफलता के चलते ही उच्च न्यायालय को हस्तक्षेप करना पड़ा। उन्होंने कहा कि कोरोना से मौत के बाद 78 के करीब अस्थि कलश अनक्लेम पड़े हुए हैं, ऐसे में सरकार कनलोग स्थित श्मशानघाट में पड़ी अस्थियों को स्वजनों तक पहुंचाने की व्यवस्था करे। विधायक नंदलाल ने कहा कि प्रदेश में विकास कार्य ठप्प पड़े हैं। इसके साथ ही शीतकालीन सत्र रद्द कर दिया है, ऐेसे में विधायक जनहित के मुद्दे कहां उठाएंगे। उन्होंने कहा कि सराज विधानसभा क्षेत्र में 326 किलोमीटर सड़कें बन गईं जबकि उनके विस क्षेत्र में एक किलोमीटर भी सड़क 3 साल में नहीं बन पाई है। जिला कांग्रेस कमेटी शिमला ग्रामीण के अध्यक्ष यशवंत छाजटा और शिमला शहरी के अध्यक्ष जितेंद्र चौधरी भी इस अवसर पर मौजूद रहे।

किसानों से माफी मांगें मुख्यमंत्री

हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बीते दिन किसानों को लेकर जो टिप्पणी की है, उसके लिए उन्हें तत्काल देश के किसानों से माफी मांगनी चाहिए। विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री ने काजू-किशमिश का हवाला देते हुए किसानों को लेकर जिस तरह की टिप्पणी की है, उसकी कांग्रेस कड़ी निंदा करती है। 

कोरोना पॉजिटिव आने पर किसी ने नहीं पूछा, स्वयं किए फोन : ब्राक्टा

विधायक मोहन लाल ब्राक्टा ने कहा कि घर में रह रहे कोरोना मरीजों की सुध तक नहीं ली जा रही है। उन्होंने कहा कि जब वह स्वयं कोरोना पॉजिटिव आए तो उन्हें किसी ने नहीं पूछा, ऐसे में स्वयं फोन किए और अस्पताल में भर्ती हुए। अस्पताल में भर्ती होने पर देखा कि शव तक समय पर नहीं उठाए जा रहे थे। साफ -सफार्ई की हालत खस्ता है। उन्होंने कहा कि रोहड़ू विस क्षेत्र में पिछले 3 साल में एक भी प्रौजेक्ट नहीं आया। ब्राक्टा ने कहा कि मोदी सरकार की तानाशाही के चलते आज किसानों को सड़क पर उतरकर आंदोलन करने पड़ रहे हैं।


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Vijay

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